प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान माओवादियों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब हमारा छत्तीसगढ़, हमारा देश माओवादी आतंक से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद उनकी सरकार ने देश को माओवादी आतंकवाद से मुक्त करने का संकल्प लिया था. आज इसका परिणाम साफ़ दिखाई दे रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि ग्यारह साल पहले, 125 से ज़्यादा ज़िले माओवादी आतंक से प्रभावित थे;.आज, केवल तीन ज़िले ही ऐसे बचे हैं जहां माओवादी गतिविधियों के निशान मौजूद हैं. वह दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ और पूरा देश माओवादी आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त हो जायेंगे.
पिछले कई महीनों से सुरक्षा एजेंसियों ने नक्सल-प्रभावित बक्सर और नारायणपुर ज़िलों में नक्सल संगठनों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया हुआ है. इस सख्ती की वजह से 08 अक्टूबर, 2025 को नारायणपुर में 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया था. इसके कुछ ही दिन बाद 15 अक्टूबर, 2025 को 27 नक्सलियों और इसके एक दिन बाद 16 अक्टूबर, 2025 को 170 नक्सलियों ने एक ही दिन में छत्तीसगढ़ में आत्मसमर्पण किया था.
पिछले महीने बड़ी संख्या में नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण करने के फैसले का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कई लोग, जिन्होंने कभी हिंसा का रास्ता अपनाया था, अब तेज़ी से आत्मसमर्पण कर रहे हैं। कुछ ही दिन पहले, कांकेर में बीस से ज़्यादा नक्सली मुख्यधारा में लौट आए, और उससे पहले, 17 अक्टूबर को बस्तर में 200 से ज़्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. हाल के महीनों में, देश भर में माओवादी आतंक से जुड़े दर्जनों लोगों ने हथियार डाले हैं, जिनमें से कई पर लाखों-करोड़ों रुपये का इनाम था। इन लोगों ने अब भारत के संविधान को स्वीकार कर लिया है.
इससे पहले नवा रायपुर में छत्तीसगढ़ विधान सभा की नयी बिल्डिंग का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आज आतंक के विनाश की प्रतिज्ञा करके आतंकियों की कमर तोड़ रहा है, और नक्सलवाद, माओवादी आतंक को भी समाप्त करने की तरफ बढ़ रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि कभी यह राज्य नक्सलवाद और पिछड़ेपन से पहचाना जाता था. आज वही राज्य समृद्धि, सुरक्षा और स्थायित्व का प्रतीक बन रहा है. आज बस्तर ओलंपिक की चर्चा देश के कोने-कोने में है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आज विकास की लहर और सुकून की मुस्कान लौट आई है. और इस परिवर्तन के पीछे है छत्तीसगढ़ की जनता का परिश्रम और भाजपा सरकारों का दूरदर्शी नेतृत्व.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिन इलाकों में माओवादी आतंकवाद ख़तम हुआ है, वहां कभी बम और बंदूकों के खौफ से घिरे इलाके अब बदल गए हैं. बीजापुर के चिलकापल्ली गांव में सात दशकों में पहली बार बिजली पहुंची है. अबूझमाड़ के रेकावाया गाँव में आज़ादी के बाद पहली बार स्कूल का निर्माण शुरू हुआ है.
कभी आतंक का गढ़ माने जाने वाला पुवर्ती गांव अब विकास की लहर देख रहा है. लाल झंडे की जगह अब राष्ट्रीय तिरंगे ने ले ली है. मोदी ने कहा कि बस्तर जैसे क्षेत्र अब उत्सवों से भरे हुए हैं और बस्तर पंडुम और बस्तर ओलंपिक जैसे कार्यक्रमों की मेजबानी कर रहे हैं. अपने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राज्य में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य देखभाल और ऊर्जा जैसे प्रमुख सेक्टरों में 14,260 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया.
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