विज्ञापन

मुंबई मीरा रोड विवाद: दुकान पर काम करने वाले ने बताया कैसे अचानक दुकानदार को पीटने लगे मनसे कार्यकर्ता

बघाराम ने बताया, "मनसे के कार्यकर्ताओं ने मुझसे पानी की बोतल मांगी तो मैंने उन्हें पानी दिया. इसके बाद उन्होंने पूछा, कहां रहते हो? मैंने कहा, महाराष्ट्र में, तो बोले महाराष्ट्र में रहते हो तो मराठी बोलनी होगी. मैंने कहा हम सभी भाषा बोलते हैं तो वो मुझे मारने पीटने की धमकी देने लगे." 

मुंबई मीरा रोड विवाद: दुकान पर काम करने वाले ने बताया कैसे अचानक दुकानदार को पीटने लगे मनसे कार्यकर्ता
  • महाराष्ट्र के मीरा रोड में भाषा विवाद में मनसे के सात कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है
  • बघाराम ने कहा कि मनसे कार्यकर्ताओं ने पानी देने के बाद मराठी बोलने का दबाव डाला
  • मनसे कार्यकर्ताओं ने दुकादार के साथ मारपीट की और गाली-गलौज की
  • 29 जून की रात को ‘जोधपुर स्वीट्स अँड नमकीन’ पर यह घटना हुई, जिससे हिंसा भड़की
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
मुंबई:

महाराष्ट्र के मीरा रोड इलाके में भाषा को लेकर हुए विवाद में पुलिस द्वारा 2 जुलाई को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के सात कार्यकर्ताओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है. इसी बीच दुकान पर काम करने वाले एक व्यक्ति बघाराम का बयान भी सामने आया है. बघाराम ने बताया, "मनसे के कार्यकर्ताओं ने मुझसे पानी की बोतल मांगी तो मैंने उन्हें पानी दिया. इसके बाद उन्होंने पूछा, कहां रहते हो? मैंने कहा, महाराष्ट्र में, तो बोले महाराष्ट्र में रहते हो तो मराठी बोलनी होगी. मैंने कहा हम सभी भाषा बोलते हैं तो वो मुझे मारने पीटने की धमकी देने लगे." 

बघाराम ने आगे बताया, "इसके बाद वो मेरे सेठ के पास गए और उन्हें मारने लगे. मैं 15 सालों से मुंबई में रह रहा हूं, मराठी लोगों के साथ काम भी किया और जब जरूरत लगी तब मराठी में बात भी की. सभी आरोपी पहले भी इस दुकान पर आए हैं और चाय-नाश्ता भी करते रहे हैं. उस दिन मराठी भाषा को लेकर वो अचानक ही हिंसक हो गए." 

क्या है पूरा मामला?

ये मामला 29 जून की रात करीब 10:35 बजे का है, जब मीरा रोड पूर्व के शांति पार्क इलाके में स्थित बालाजी होटल के पास ‘जोधपुर स्वीट्स अँड नमकीन' नामक मिठाई की दुकान पर कुछ मनसे कार्यकर्ता पहुंचे. दुकान में कार्यरत कर्मचारियों और मालिक से उन्होंने मराठी में बात करने की मांग की. शिकायतकर्ता सुभाष चौधरी के अनुसार, जब उन्होंने कहा कि उनकी दुकान में सभी भाषाएं बोली जाती हैं और सभी ग्राहकों का समान रूप से स्वागत किया जाता है, तो मनसे कार्यकर्ता भड़क गए.

इसके बाद, कार्यकर्ताओं ने दुकान में घुसकर सुभाष चौधरी के साथ मारपीट शुरू कर दी. उन्होंने चौधरी से गाली-गलौज की, थप्पड़ मारे और दुकान के भीतर हंगामा किया. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे ये मामला पूरे महाराष्ट्र में चर्चा का विषय बन गया है.

पीड़ित सुभाष चौधरी ने काशीमीरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने विस्तार से बताया कि वो महाराष्ट्र और मराठी भाषा का पूरा सम्मान करते हैं, लेकिन जबरदस्ती भाषा थोपना गलत है. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 1 जुलाई की रात 1:39 बजे सात मनसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिसमें भारतीय न्याय संहिता (BNS), 2023 की कुल छह धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com