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This Article is From Jun 25, 2020

आशा कर्मियों के वेतन में हो सकती है बढ़ोतरी

स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याणा विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा, ‘राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने उनकी वेतन वृद्धि के प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया है, जिस पर मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा की जाएगी.

आशा कर्मियों के वेतन में हो सकती है बढ़ोतरी
महाराष्ट्र में ‘आशा’ के 65,000 कर्मियों का मासिक वेतन 2,000 रुपये बढ़ाया जा सकता है.
  • COVID-19 संकट के दौरान कड़ी मेहनत के प्रोत्साहन के रूप में होगा फैसला
  • ‘आशा’ के 65,000 कर्मियों का मासिक वेतन 2,000 रुपये बढ़ाया जा सकता है
  • ‘मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता’ को 10,000 मिलता है वेतन
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मुंबई:

COVID-19 संकट के दौरान कड़ी मेहनत के प्रोत्साहन के रूप में महाराष्ट्र में ‘आशा' के 65,000 कर्मियों का मासिक वेतन 2,000 रुपये बढ़ाया जा सकता है. एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि ‘मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता' (आशा) कर्मियों को अभी 10,000 रुपये प्रति माह वेतन मिलता है. स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याणा विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा, ‘राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने उनकी वेतन वृद्धि के प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया है, जिस पर मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा की जाएगी. अगर प्रस्ताव पारित हो गया तो आशा कर्मियों के मासिक वेतन में दो हजार रुपये की वृद्धि होगी.' COVID-19 संकट के दौरान आशा कर्मियों को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी का काम सौंपा गया है. राज्य सरकार अब उन्हें उनके काम के लिए प्रोत्साहन देने की योजना बना रही है.

हालांकि कोरोना वायरस के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई लड़ रहे मेडिकल स्टाफ और पुलिसकर्मियों को लोगों के गुस्से का भी सामना करना पड़ रहा है. कई जगहों पर डॉक्टर, सर्वे करने वाली टीम के साथ मारपीट और हमले की खबर आ चुकी है. ऐसी ही घटनाओं को आशा कार्यकर्ताएं भी झेल रही हैं. नागपुर में लोगों के घर-घर जाकर उनकी जांच और देखभाल में लगी आशा कार्यकर्ता ने दुखी मन से बताया कि जब वे लोग सर्वे करने जाते हैं तो लोग उन पर पत्थर फेंकते हैं और गालियां देते हैं. 

न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में आशा कार्यकर्ता उषा ठाकुर ने बताया, 'जब हम सर्वे करने जाते हैं तो लोग हमें पत्थर मारते हैं और गालियां देते हैं कि आप हमारे घर क्यों आ रही हैं सवाल करने. हम उन्हें समझाते हैं कि हम उनके हित के लिए काम कर रहे हैं. आप हमें सिर्फ जानकारी दीजिए उसके अलावा हम आपके घर से कुछ नहीं मांगते'. गौरतलब है कि देश में यह पहली घटना नहीं है. ऐसा कई मामले देश भर में सामने आ रहे हैं. 

VIDEO: आशा कार्यकर्ताओं की मुश्किलें, साथी पर हमले का किया विरोध

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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