
- रत्नागिरी के आध्यात्मिक वारकरी गुरुकुल के प्रमुख भगवान कोकरे महाराज पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगे हैं
- नाबालिग छात्राओं ने बाबा कोकरे पर व्यक्तिगत उत्पीड़न और छेड़छाड़ की शिकायतें दर्ज कराई हैं
- बाबा कोकरे ने गोरक्षा और आध्यात्मिक शिक्षा के क्षेत्र में 15 सालों से महत्वपूर्ण कार्य किए हैं
महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के खेड तालुका, लोटे गांव में स्थित आध्यात्मिक वारकरी गुरुकुल का प्रमुख “भगवान कोकरे महाराज” इन दिनों सुर्खियों में है. बाबा कोकरे गुरुकुल प्रमुख पर यौन शोषण के कई आरोप लगाए गए हैं. उनके ऊपर नाबालिग लड़कियों से यौन शोषण के आरोप लगे हैं.
कौन है बाबा कोकरे
बाबा एक आध्यात्मिक गुरु और कीर्तनकार के रूप में जाना जाता है. कोकरे महाराज का इतिहास सामाजिक और आध्यात्मिक कार्यों से जुड़ा रहा है. वह आध्यात्मिक वारकरी गुरुकुल का मुख्य संचालक है, जहां विद्यार्थियों को निशुल्क आध्यात्मिक शिक्षा दी जाती है.
गोशाला भी चलाते है कोकरे बाबा
बाबा गोशाला भी चलाता हैं, जिसमें 300 से ज़्यादा गायों का पालन-पोषण किया जाता है. वह लोटे एमआईडीसी गोशाला के संस्थापक हैं. गोशाला की जमीन और गायों के चारे के मुद्दे पर वो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल और रास्ता रोको जैसे विरोध प्रदर्शन भी कर चुका है जिसके दौरान उनकी तबीयत भी बिगड़ गई थी.
15 सालों से गोरक्षा का काम कर रहे कोकरे
आरोपी बाबा पिछले 15 सालों से गोरक्षा के लिए काम कर रहा है. वह श्री संत ज्ञानेश्वर मौली जीवन मुक्तिधाम सेवा संस्थान के जरिए एक गोशाला चलाता है. बता दें कि एक साल पहले आध्यात्मिक वारकरी गुरुकुल की स्थापना की गई थी. इस गुरुकुल में 30 से ज्यादा गरीब बच्चे पढ़ते हैं. वे दिन में स्कूल और कॉलेज में पढ़ते हैं और फिर यहां आध्यात्मिक शिक्षा लेते हैं. गौशाला MIDC की जमीन पर होने के कारण विवाद भी हुआ था.
आरोपी बाबा की पत्नी ने रखा पति का पक्ष
आरोपी बाबा की पत्नी ने पति का पक्ष मीडिया के सामने रखते हुए कहा कि गौशाला बंद करने की साजिश के तहत बाबा पर यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाये गए हैं. आरोपी बाबा ने सार्वजनिक मंच से राजनीतिक टिप्पणियां भी की थीं, जिसमें उन्होंने एक नेता (भास्कर जाधव, उद्धव गुट नेता) का 'जब तक उनका मुखौटा नहीं हटाऊंगा, शांत नहीं बैठूंगा जैसा बयान दिया था.
आपराधिक मामले के चलते चर्चा में बाबा कोकरे
वर्तमान में कोकरे महाराज अपने सामाजिक और आध्यात्मिक कार्यों के लिए नहीं, बल्कि एक आपराधिक मामले के कारण चर्चा में हैं. रत्नागिरी के खेड तालुका में गुरुकुल में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने उस पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया है.
दो नाबालिग लड़कियों ने दर्ज कराया है मामला
पीड़िता के बयान के अनुसार, “जब भी मैं कमरे में अकेली होती, वह अंदर आता, मुझे घूंसा मारता और मेरे निजी अंगों(छाती) को छूता था.” इस शिकायत के बाद ऐसी ही एक और शिकायत एक और नाबालिग लड़की ने भी की है. पहली शिकायत 14 अक्टूबर को दर्ज हुई और दूसरी 16 अक्टूबर को दर्ज की गई थी. शिकायत के आधार पर खेड पुलिस ने गुरुकुल प्रमुख “भगवान कोकरे महाराज” और उसके एक शिक्षक सहकर्मी प्रीतेश प्रभाकर कदम के खिलाफ पॉक्सो (POCSO) एक्ट और विनयभंग (छेड़छाड़) की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गौ-सेवा और अध्यात्म के लिए जाने जाने वाला 'बाबा कोकरे' अब जेल की सलाखों के पीछे हैं.
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