
- महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना और राज ठाकरे की मनसे ने बेस्ट पतपेढ़ी चुनाव के लिए गठबंधन किया है.
- बेस्ट पतपेढ़ी चुनाव 18 अगस्त को होंगे, जिसमें दोनों पार्टियां मिलकर प्रणीत उत्कर्ष पैनल के तहत लड़ेंगी.
- ठाकरे भाइयों के बीच पिछले कुछ महीनों से गठबंधन की चर्चाएं थीं, अब बेस्ट चुनाव में गठबंधन हो चुका है.
महाराष्ट्र में होने वाले निकाय चुनाव को लेकर उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे (Raj-uddhav Thackeray) एक साथ आते दिखाई दे रहे हैं. स्थानीय निकाय के चुनाव में एक साथ आने की चर्चाओं के बीच ठाकरे की शिवसेना और मनसे ने बेस्ट के चुनाव के लिए गठबंधन कर लिया है. दोनों नेताओं की पार्टी बेस्ट पतपेढ़ी (क्रेडिट सोसायटी) के चुनाव मिलकर लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. दरअसल ये चुनाव 18 अगस्त को होने हैं. मनसे और उद्धव के शिवसेना संगठनों ने इस चुनाव के लिए गठबंधन किया है. ठाकरे की शिवसेना की बेस्ट कामगार सेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण बेस्ट कर्मचारी सेना का गठबंधन चुनाव को लेकर हो गया है. प्रणीत उत्कर्ष पैनल इस चुनाव को एक साथ लड़ेगा.
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स्थानीय निकाय चुनाव में होगा राज-उद्धव का गठबंधन?
पिछले कुछ महीनों से महाराष्ट्र में ठाकरे भाइयों के गठबंधन की चर्चाएं जोरों पर थीं. अब बेस्ट पतपेढ़ी चुनावों को लेकर दोनों के बीच गठबंधन हो भी गया है. अब सवाल यह है कि क्या दोनों के बीच स्थानीय निकाय चुनाव में भी गठबंधन की संभावना है. हालांकि अभी तो ठाकरे की शिवसेना और मनसे ने सिर्फ बेस्ट कामगार पतपेढ़ी चुनावों में गठबंधन किया है.
पिछले कुछ महीनों से राज्य में ठाकरे भाइयों के गठबंधन की चर्चाएं जोर पकड़ रही थीं, अब यह देखा जा रहा है कि महानगर पालिका और स्थानीय निकाय चुनावों से पहले ही शिवसेना-मनसे गठबंधन हो गया है.
राज ठाकरे की MNS कार्यकर्ताओं को दो टूक
बता दें कि राज और उद्धव एक दूसरे को लेकर अब सॉफ्ट नजर आ रहे हैं. यही वजह है कि राज ठाकरे ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे उनसे और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे से सीख लें, जो 20 साल बाद एकसाथ आए हैं और पार्टी में आपसी खींचतान खत्म करें. मनसे के एक पदाधिकारी ने बताया कि राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से स्थानीय निकाय चुनावों से पहले संगठन को मज़बूती प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा. उन्होंने हमें उन पार्टी कार्यकर्ताओं को भी साथ लाने को कहा जो अलग-अलग कारणों से सक्रिय नहीं हैं.
पदाधिकारी ने बताया कि राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अंदरूनी कलह खत्म करने को कहा. उन्होंने कहा कि अगर वह और उद्धव ठाकरे 20 साल बाद साथ आ सकते हैं, तो पार्टी कार्यकर्ता अपने मतभेद क्यों नहीं खत्म कर सकते.
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