
- महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिला डिलीवरी के लिए आई थी.
- नर्स ने गलती से मेडिकल जेली के बजाय सफाई के लिए रखा एसिड लगा दिया.
- तेजाब लगते ही महिला दर्द से चीखने लगी, पेट का हिस्सा झुलस गया.
- इस घटना के बावजूद महिला ने बाद में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया.
महाराष्ट्र के जालना जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां के एक सरकारी अस्पताल में डिलीवरी कराने आई एक गर्भवती महिला के पेट पर मेडिकल जेली की जगह कथित तौर पर एसिड लगा दिया गया. इससे महिला का पेट और आसपास का हिस्सा झुलस गया. अस्पताल की इस गंभीर लापरवाही पर जिला प्रशासन ने जांच करके सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.
ये घटना जालना के भोकरदन स्थित एक सरकारी ग्रामीण अस्पताल में हुई. शुक्रवार को खपारखेड़ा गांव की रहने वाली 28 वर्षीय शीला भालेराव डिलीवरी के लिए अस्पताल पहुंची थीं. डिलीवरी के दौरान नर्स ने गर्भवती महिला के पेट पर मेडिकल जेली के बजाय सफाई में काम आने वाला एसिड लगा दिया.
पेट पर तेजाब लगते ही महिला दर्द से चीखने लगी. परिजनों में चीख-पुकार मच गई. इस घटना के बाद महिला के परिजनों ने गुस्से में आकर नर्स से जवाब मांगा तो नर्स ने उन्हें ही डांटना शुरू कर दिया. जब मामला ज्यादा बढ़ा तो दो घंटे तक अस्पताल से गायब हो गई.

तेजाब से झुलसी महिला को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल के विशेष वार्ड में शिफ्ट किया गया. गर्भवती महिला के पेट और आसपास के हिस्से बुरी तरह झुलस चुके हैं. राहत की बात ये रही कि इस गंभीर घटना के बाद भी महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया.
जानकारी के मुताबिक, अस्पताल के सफाईकर्मी ने गलती से सफाई में इस्तेमाल होने वाले एसिड को सोनाग्राफी रूम में दवाइयों की ट्रे पर रख दिया था. उसकी वजह से ये गंभीर चूक हुई. नर्स ने भी बिना देखे एसिड को महिला के पेट पर लगा दिया.
अस्पताल की ओर से इस गंभीर लापरवाही पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है. पीड़ित परिवार ने अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. प्रशासन का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाएगा.
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