
महाराष्ट्र के पालघर जिले में शनिवार देर रात एक रासायनिक विनिर्माण इकाई में ‘डाइमिथाइल सल्फेट' के रिसाव की घटना के बाद एहतियात के तौर पर 13 श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि यह घटना बोईसर तारापुर एमआईडीसी की एक इकाई में देर रात करीब तीन बजे हुई. ‘डाइमिथाइल सल्फेट' एक तरल पदार्थ है, जिसमें हल्की प्याज जैसी गंध होती है और यह त्वचा और आंखों में जलन पैदा कर सकता है.
कदम ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, “जिस इकाई में ‘डाइमिथाइल सल्फेट' का रिसाव हुआ, वह एंटीऑक्सीडेंट बनाती है. यह रिसाव तब हुआ जब इकाई संयंत्र संख्या चार से संयंत्र संख्या 10 में ‘डाइमिथाइल सल्फेट' को स्थानांतरित किया जा रहा था. रिसाव के बाद निकलने वाले धुएं से श्रमिकों की आंखों में जलन होने लगी.”
13 श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराया
उन्होंने बताया कि रासायनिक जोखिम की प्रकृति के कारण एहतियाती उपाय के तौर पर 13 श्रमिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
कदम ने बताया कि घटना की सूचना दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर उनके प्रकोष्ठ को दी गई.
उन्होंने बताया, “घटना की जांच औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य निदेशालय के सहायक निदेशक एसजी बब्बन द्वारा की जा रही है. जांच में रासायनिक स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा प्रोटोकॉल और औद्योगिक सुरक्षा मानदंडों के समग्र पालन को शामिल किया जाएगा.”
धुआं निकलने से श्रमिकों को हुई परेशानी
स्थानीय अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि विभाग को घटना के बारे में जानकारी नहीं दी गई क्योंकि कंपनी ने खुद ही स्थिति को संभाल लिया था.
उन्होंने बताया, “हमारी समझ से वहां कोई रसायन फैला था और उस पर पानी छिड़का गया था. इससे धुआं निकला, जिससे श्रमिकों को परेशानी हुई.”
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बोइसर पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और जांच शुरू कर दी है.
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