
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि जनता उन्हें नकारती है, और वे जनादेश को नकारते हैं! सीएम देवेंद्र फडणवीस का इशारा कांग्रेस सांसद राहुल गांध की ओर था, जिन्होंने एक बार फिर महाराष्ट्र में हुए चुनानों में धांधली का आरोप लगाया है. फडणवीस ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और हार का दोष प्रणाली पर मढ़ रहे हैं.
जनादेश का सम्मान जरूरी
देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि जिन लोगों को जनता ने नकारा है, वे जनता के फैसले को चुनौती दे रहे हैं, जो लोकतंत्र का अपमान है. राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे. फडणवीस ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा इन आरोपों को खारिज किए जाने का हवाला देकर इसे निराधार बताया है. फडणवीस ने कहा कि चुनाव आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से काम करता है. चुनावी प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है.
74 लाख वोट एक घंटे में
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव के आखिरी घंटे में 74 लाख वोट पड़े थे, जो संदेहास्पद है. इस पर फडणवीस ने कहा कि यह मतदान की अंतिम समय की भीड़ के कारण हुआ और यह सामान्य प्रक्रिया है. फडणवीस ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और हार का दोष प्रणाली पर मढ़ रहे हैं. उन्होंने दोहराया कि लोकतंत्र में हार और जीत का निर्णय जनता करती है, जिसे सभी दलों को स्वीकार करना चाहिए.
सोशल मीडिया व यूट्यूब लिंक का इस्तेमाल
सीएम फडणवीस ने एक अखबार में लिखे आर्टिकल में कहा कि यूट्यूब लिंक और समाचार वेबसाइट का भी हवाला दिया गया है, जिससे राहुल गांधी के लेख और फडणवीस की प्रतिक्रिया का संदर्भ दिया गया है. फडणवीस ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने विकास और पारदर्शिता के लिए काम किया है और जनता ने उसी को वोट दिया है. फडणवीस का तर्क है कि भाजपा की जीत यह दिखाती है कि जनता ने उन्हें जनादेश दिया है. इसलिए विपक्ष को इसे चुनौती देने के बजाय आत्ममंथन करना चाहिए.
राहुल गांधी पर सीधा हमला
फडणवीस ने लेख में राहुल गांधी को यह कहकर घेरा गया है कि वे एक पराजित दल के नेता हैं जो हार पचाने में असमर्थ हैं. उनके लेख को "खिसियाहट" से प्रेरित बताया गया है. मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की योजनाएं, जैसे आधारभूत ढांचे का विकास, किसानों के लिए योजनाएं और रोजगार निर्माण आदि का जिक्र करते हुए सरकार की नीतियों को जनता-समर्थक बताया. लेख में यह भी कहा गया है कि चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाना लोकतंत्र की नींव को कमजोर करता है. अगर हार को लेकर हर बार इस तरह सवाल उठाए जाएंगे तो लोकतंत्र पर से जनता का भरोसा उठ जाएगा.
‘फेक न्यूज' और अफवाहों पर हमला
राहुल गांधी के लेख को भ्रामक करार देते हुए, लेख में कहा गया है कि विपक्ष सोशल मीडिया और लेखों के माध्यम से झूठ फैलाने की कोशिश कर रहा है. लेख में यह बताया गया है कि 2019 महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर जो भी याचिकाएं दायर की गई थीं, उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था, जो इस बात का प्रमाण है कि चुनाव निष्पक्ष हुए. यह स्पष्ट किया गया कि मतदान के अंतिम घंटे में भारी संख्या में वोटिंग होना कोई असामान्य बात नहीं है और तकनीकी रूप से यह मुमकिन है. ईवीएम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाना केवल भ्रम फैलाना है.
लोकसत्ता और अन्य स्रोतों का जिक्र
फडणवीस ने लेख में कहा कि "लोकसत्ता" जैसे मीडिया स्रोतों के लिंक भी दिए गए हैं, जिससे यह दर्शाया गया है कि सरकार अपने बयानों का समर्थन तथ्यों से कर रही है. लेख में विपक्ष से अपेक्षा की गई है कि वे लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान करें और जनता के फैसले को सिर माथे पर लें.
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