Sambal Yojana MP: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश के 55 जिलों के 7227 सम्बल (Sambal Yojana) हितग्राहियों के बैंक खाते में 160 करोड़ रुपए की अनुग्रह सहायता राशि अंतरित की. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस योजना के प्रारंभ वर्ष 2018 से लेकर अब तक 7.76 लाख प्रकरणों में 7383 करोड़ रुपए की सहायता राशि जरूरतमंद हितग्राहियों को दी जा चुकी है. सीएम मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार हर उस जरूरतमंद तक योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है, जो इसके वास्तविक हकदार हैं. हमारी सरकार गरीब, लाचार, श्रमिक, निराश्रित और जरूरतमंद नागरिकों को स्नेह, अपनत्व, स्वावलंबन और आर्थिक सहायता का संबल देती रहेगी. प्रदेश की जनता के सुख-दुख में सरकार हमेशा साथ खड़ी है.
मध्यप्रदेश सरकार हर कठिन परिस्थिति में श्रमिक परिवारों के साथ है। जनकल्याण (संबल) योजना अंतर्गत श्रमिक परिवारों को अंत्येष्टि सहायता, सामान्य व दुर्घटना में मृत्यु, अपंगता, स्थायी अपंगता में त्वरित सहायता प्रदान की जा रही है : CM@DrMohanYadav51 @labour_mp #MadhyaPradesh pic.twitter.com/tnwcjZU8Z3
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 16, 2025
गिग वर्कर्स भी शामिल
मुख्यमंत्री ने कहा कि संबल योजना श्रमिकों के कठिन समय की सच्ची साथी है. सरकार हर परिस्थिति में श्रमिकों के साथ खड़ी है. संबल योजना सिर्फ़ आर्थिक सहायता का जरिया ही नहीं, यह सरकार और श्रमिकों के बीच आपसी भरोसे का रिश्ता भी है.
गरीबों और श्रमिकों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए हमने संबल हितग्राहियों को आयुष्मान भारत योजना से भी जोड़ दिया है. इससे उन्हें भी 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क इलाज मिल रहा है. साथ ही 25 लाख से अधिक नए ई-श्रमिक परिवारों को राशन पात्रता देकर उन्हें भी निःशुल्क राशन का लाभ दिया गया है. गर्भवती बहनों के लिए भी सरकार बेहद संवेदनशील है. गर्भावस्था के दौरान उन्हें काम पर न जाना पड़े और उन्हें पोषण की कमी न हो, इसी उद्देश्य से ऐसी बहनों को 16 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है.
हमारी सरकार हर गरीब और श्रमिक वर्ग के साथ : CM मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अब पत्थर तोड़ने वाले, ईंट बनाने वाले, पापड़ अचार बनाने वाले, खाना बनाने वाले, घरों में काम करने वाले मजदूर या तेंदूपत्ता बीनने वाले सभी श्रमिक और उनके परिवार इस योजना से जुड़कर आर्थिक मदद पा रहे हैं. साथ ही प्रदेश की कुशल श्रम शक्ति को सहकारिता के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए हमने "श्रमणा" जैसी योजनाएं भी शुरू की हैं, जिससे श्रमिक वर्ग आत्मनिर्भर बन सकें. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर गरीब और श्रमिक वर्ग के साथ हर कदम पर खड़ी है. कोई भी श्रमिक परिवार खुद को असहाय न समझे. श्रमिक भाई सरकार की सभी सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का भरपूर लाभ उठायें. मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में कठिनाई कभी बताकर नहीं आती. ऐसी स्थिति में जमा-पूंजी (पैसा) ही हमें संबल देता है. राज्य सरकार सभी श्रमिक परिवारों के हर मुश्किल वक्त में साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि संबल योजना सभी को एक माला की तरह साथ जोड़कर रखती है.
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