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This Article is From Apr 02, 2019

मुश्किल में फंसे कल्याण सिंह: PM मोदी के लिए वोट मांगकर किया आचार संहिता का उल्लंघन, EC राष्ट्रपति को लिखेगा चिट्ठी : सूत्र

सूत्रों के हवाले से खबर है कि चुनाव आयोग (Election Commision) ने कल्याण सिंह के बयान को आचार संहिता का उल्लंघन पाया है. सूत्र ये भी बता रहे हैं कि अब चुनाव आयोग राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखकर मामले पर संज्ञान लेने को कहेगा.

पीएम मोदी के साथ राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह. (फाइल तस्वीर)

नई दिल्ली:

राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह (Kalyan Singh) अपने एक बयान की वजह से मुसीबतों में घिरते नजर आ रहे हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि चुनाव आयोग (Election Commision) ने कल्याण सिंह के बयान को आचार संहिता का उल्लंघन पाया है. सूत्र ये भी बता रहे हैं कि अब चुनाव आयोग राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखकर मामले पर संज्ञान लेने को कहेगा. पिछले हफ्ते अलीगढ़ में कल्याण सिंह ने कहा था कि सभी चाहते हैं कि मोदी जी जीतें और उनका दोबारा प्रधानमंत्री बनना देश के लिए जरूरी है. 

बता दें, हालही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) को चुनाव में जिताने की राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह की अपील से चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत पर अलीगढ़ के जिलाधिकारी ने इस मामले के तथ्यों और सबूतों से चुनाव आयोग को अवगत करा दिया है. आयोग के सूत्रों के अनुसार बतौर राज्यपाल सिंह के बयान से आचार संहिता का उल्लंघन होने की जांच इन सबूतों के आधार पर की जायेगी.

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कल्याण सिंह ने हाल ही में अपने गृह जनपद अलीगढ़ में अपने आवास पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने की अपील की थी. आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि अलीगढ़ के जिलाधिकारी ने उस कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी और संबोधन के विडियो टेप सहित अन्य सबूत आयोग को सौंप दिये हैं. इनके आधार पर आयोग इस बात की जांच करेगा कि संवैधानिक पद पर आसीन सिंह के बयान से आचार संहिता का उल्लंघन हुआ या नहीं. 

सिंह ने 23 मार्च को अलीगढ़ में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर टिकट वितरण से नाराज स्थानीय भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपने आवास पर मुलाकात के दौरान यह बयान दिया था. समझा जाता है कि उन्होंने अपने कथित बयान में कहा था, ‘हम सब भाजपा के कार्यकर्ता हैं और हम सब चाहते हैं कि चुनाव में भाजपा जीते. हम चाहते हैं कि मोदी जी प्रधानमंत्री बनें.'

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बता दें, साल 1990 में चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल गुलशेर अहमद की चुनाव में अपने पुत्र के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पर नाराजगी जाहिर की थी. इसके बाद अहमद ने राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन करने से जुड़े राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के एक कथित बयान को ‘संवैधानिक मर्यादा की धज्जियां उड़ाने वाला' करार देते हुए कांग्रेस ने कहा था कि सिंह को इस्तीफा देना चाहिए या फिर राष्ट्रपति उनको बर्खास्त करें. सिंह के कथित बयान के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘कल्याण सिंह का बयान संवैधानिक मर्यादा की धज्जियां उड़ाने वाला है. राज्यपाल की गरिमा को दूषित करने वाला है. अगर उन्हें जरा भी राज्यपाल के पद की गरिमा का खयाल है तो उन्हें पद से इस्तीफा देना चाहिए या फिर राष्ट्रपति को उन्हें बर्खास्त करना चाहिए.'

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