लोकसभा चुनाव के व्यस्त कार्यक्रम से समय निकाल कर और राजनीति को एक तरफ रख अस्पताल में घायल अवस्था में भर्ती कांग्रेस नेता शशि थरूर से मिलने पहुंचीं रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि उन्होंने इस बात की जानकारी किसी से भी साझा नहीं की कि वे शशि थरूर से मिलने जाने वाली हैं. बता दें कि सोमवार को कांग्रेस नेता एवं तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर को सिर में उस समय चोट लग गई जब यहां एक मंदिर में ‘तुलाभरम' रस्म निभाते समय तराजू का लोहे का हुक गिर गया और उनके सिर पर जा लगा. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें करीब 6 टांके लगे.
इस पर समाचार एजेंसी एएनआई के एक सवाल के जवाब में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुझे जानकारी मिली की शशि थरूर पूजा करने के दौरान घायल हो गए हैं. इसलिए मैंने सोचा कि मुझे जाना चाहिए और उन्हें स्वस्थ होने की कामना करनी चाहिए. इस बारे में मैंने किसी को कोई सूचना नहीं दी. यहां तक कि मैंने अपने पार्टी के लोगों को भी नहीं. एयरपोर्ट वापस लौटने के दौरान मुझे लगा कि मुझे अस्पताल जाना चाहिए.
कांग्रेस नेता शशि थरूर गंभीर रूप से घायल, सिर में आई चोट और लगे 6 टांके, पूजा के दौरान हुआ हादसा
मंगलवार को निर्मला सीतारमण ने शशि थरूर से मिलने अस्पताल पहुंची थीं. अस्पताल में इस मुलाकात की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए शशि थरूर ने लिखा कि 'केरल में व्यस्त चुनावी माहौल के बावजूद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण मेरा हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचीं. भारत की राजनीति में इस तरह की शिष्टता एक बहुत ही दुर्लभ गुण है और उन्होंने इसका एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है.' बता दें कि 'तुलाभरम' एक हिंदू रस्म है जिसमें कोई व्यक्ति फूल, अनाज, फल और ऐसी ही वस्तुओं के साथ तराजू में खुद को तौलता है और उसके वजन के बराबर वस्तुएं दान दी जाती हैं.
इससे पहले शशि थरूर ने खुद ट्वीट कर घायल होने की जानकारी दी थी. उन्होंने चोटिल अवस्था में अपनी एक तस्वीर साझा की और लिखा- 'तुलाभरम' रस्म के दौरान एक भारी तराजू का हूक मेरे सिर पर गिर गया. खून ज्यादा बहे हैं, मगर कोई और नुकसान हीं है. भगवान का शुक्र है कि मेरे आस-पास के किसी को कुछ नहीं हुआ, नहीं तो उन्हें भी गंभीर चोट आ सकती थी.
सोमवार को मलयालम नव वर्ष (विशु) के अवसर पर थरूर ने अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू करने से पहले सुबह यहां देवी मंदिर में इस रस्म को निभाया. उनके साथ उनके परिवार के सदस्य और विधायक वी एस शिवकुमार समेत पार्टी के नेता तथा कार्यकर्ता मौजूद थे. जब थरूर तराजू के एक पलड़े पर बैठे थे तो उसका हुक गिर गया और उनके सिर पर आ लगा. उस समय तक ‘तुलाभरम' की रस्म पूरी हो चुकी थी. शिवकुमार ने संवाददाताओं को बताया कि हादसा उस समय हुआ जब तराजू के एक पलड़े पर बैठे थरूर गर्भगृह में दीप अराधना (आरती) देखने के लिए इंतजार कर रहे थे. उन्होंने कहा कि तराजू का लोहे का पैनल उनके सिर पर आकर लगा.
सूत्रों ने बताया कि थरूर को यहां सरकारी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद विस्तार से जांच के लिए त्रिवेंद्रम मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया. पूर्व केंद्रीय मंत्री को चोटिल सिर के साथ कार में बैठते हुए देखे गए और उनका कुर्ता खून से सना दिख रहा है.हालांकि, बाद में अस्पताल ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है.
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