लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी की है. बीजेपी ने अपनी 20वीं सूची में 6 लोकसभा प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है, वहीं पश्चिम बंगाल में विधानसभा उपचुनाव के लिए एक उम्मीदवार के नाम की घोषणा की है. भारतीय जनता पार्टी की 20वीं उम्मीदवारों की सूची में हरियाणा के हिसार से बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया गया है. बता दें कि बृजेंद्र सिंह केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं, जिन्होंने आज ही अपने इस्तीफे का ऐलान किया है.
बीजेपी की नई लिस्ट में हरियाणा के हिसार से बृजेंद्र सिंह, रोहतक से अरविंद शर्मा को टिकट दिया गया है. वहीं मध्य प्रदेश में खजुराहो से बीजेपी ने बिष्णु दत्त शर्मा, रतलाम से जीएस दामोर, धार से छत्तर सिंह दरबार को टिकट दिया गया है. राजस्थान के दौसा से जसकौर मीणा को टिकट दिया गया है.
BJP releases 20th list of 6 candidates in Haryana, MP and Rajasthan for #LokSabhaElections2019 . Union Minister Chaudhary Birender Singh's son Brijendra Singh to contest from Hisar (Haryana). One candidate for by-election to Uluberia Purba assembly constituency (WB) also named. pic.twitter.com/LliLITOxHd
— ANI (@ANI) April 14, 2019
कौन हैं बृजेंद्र सिंह:
बीजेपी ने हरियाणा के हिसार से केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेन्द्र सिंह को उम्मीदवार घोषित किया. बृजेंद्र सिंह आईएएस अधिकारी हैं. 47 साल की उम्र है. इस समय HAFED के एमडी हैं. बृजेंद्र के पिता बीरेंद्र सिंह 2022 तक राज्यसभा सदस्य हैं और वह चुनाव लड़ने से मना कर चुके हैं.
कौन हैं बीरेंद्र सिंह:
बीरेंद्र सिंह पांच बार 1977, 1982, 1994, 1996 व 2005 में उचाना से विधायक बन चुके हैं और तीन बार प्रदेश सरकार में मंत्री रहे हैं. वह 1984 में हिसार लोकसभा क्षेत्र से ओमप्रकाश चौटाला को हराकर सांसद बने थे. सन 2010 में कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य बने थे, लेकिन 2014 में कांग्रेस से 42 साल पुराना नाता तोड़कर राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद भाजपा में शामिल हो गए थे. जून 2016 में भाजपा ने उन्हें दोबारा राज्यसभा में भेज दिया था.
बृजेंद्र को वर्ष 2032 में होना है रिटायर
वर्ष 1972 में जन्मे 46 वर्षीय बृजेंद्र सिंह दो बच्चों के पिता हैं. वर्ष 1998 में मात्र 26 साल की उम्र में आइएएस बने थे. उनकी रिटायरमेंट वर्ष 2032 में होनी है, लेकिन अब वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीतिक पारी की शुरुआत करेंगे. वह चंडीगढ़, पंचकूला और फरीदाबाद में डीसी रहे हैं. अभी वह हैफेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं.
बांगर में बीरेंद्र की सियासी विरासत बढ़ेगी आगे
प्रदेश की राजनीति में अहम रोल अदा करने वाले बांगर इलाके में बीते वर्षों में शमशेर सुरजेवाला और बीरेंद्र ङ्क्षसह बड़े नेता हुए हैं. शमशेर ने अपने पुत्र रणदीप सुरजेवाला को छात्र राजनीति से सियासी मैदान में उतार दिया था. जबकि बीरेंद्र के बेटे बृजेंद्र का पढ़ाई की तरफ रुझान था। इसलिए वह राजनीति में नहीं आए.
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