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This Article is From Sep 03, 2017

पुस्तक मेला: 7वें दिन सामने आई 11 नई किताबें, बारिश की फुहार के बीच भारी भीड़ आई नजर

ऐमेजॉन में 15 से 25 प्रतिशत तक भारी छूट को देखते हुए ई-रीडर ग्राहकों की अच्छी भीड़ नजर आई.

पुस्तक मेला: 7वें दिन सामने आई 11 नई किताबें, बारिश की फुहार के बीच भारी भीड़ आई नजर
राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में चल रहे दिल्ली पुस्तक मेले के 7वें दिन शुक्रवार को 11 नई किताबों का विमोचन हुआ. बारिश की फुहार के बावजूद पुस्तक प्रेमियों कि भारी भीड़ नजर आई. अच्छी-भली संख्या में पहुंचे छात्र भी इस साल के थीम 'पढ़े भारत बढ़े भारत' को साकार करते दिखे. डायमंड पाकेट बुक्स द्वारा आयोजित हिंदी पखवाड़ा के तहत विचार-विर्मश के लिए प्रमुख वक्ता डॉ. अशोक चक्रधर, राहुल देव, डॉ. लक्ष्मीशंकर वाजपेयी, राकेश पांडेय और डायमंड पाकेट बुक्स के चेयरमैन नरेंद्र कुमार वर्मा रहे. साथ ही दिनेश रघुवंशी की पुस्तक 'दिलों की बात कर लें हम' और एम.एम. चंद्रा की पुस्तक 'व्यंग्य के नव स्वर' का विमोचन किया गया.

लिफी पब्लिकेशन ने 11 पुस्तकों का विमोचन किया. पहली दो किताबें हैं 'सेकराल इच्छा' (शिल्पी एम.भारद्वाज) और 'द विकरमेन क्रोनिकल्स' (गिरी कुरीछियात). विमोचन के मुख्य अतिथि रहे डीयू के पूर्व प्रोफेसर डॉ. सुभाष चंद्र और डॉ. विजय शर्मा. उन्होंने 11 किताबों की तारीफ करते हुए लिफी पब्लिकेशन को बधाई दी.
 
ऐमेजॉन में 15 से 25 प्रतिशत तक भारी छूट को देखते हुए ई-रीडर ग्राहकों की अच्छी भीड़ नजर आई. मेले में सबसे ज्यादा आकर्षित करने वाला टॉकिंग पेन ग्रोलियर स्टॉल पर देखने को मिला. यहां बच्चे भी अपने परिजन के साथ नजर आए. 

रोहिणी से आए हिंदी प्रोफेसर डॉ. संजीव शर्मा ने कहा कि यहां उन्हें हिंदी साहित्य की सभी महत्वपूर्ण पुस्तकें, जैसे कालिदास, मैथिली शरण गुप्त, मुंशी प्रेमचंद्र की पुस्तकें जो हर जगह नहीं मिलतीं, वे यहां उपलब्ध हैं.

दिल्ली के अकबर अली उर्दू की किताबों का शौक रखते हैं. उन्होंने अहमदिया मुस्लिम जमात से 'द फिलॉस्फी ऑफ टीचिंग ऑफ इस्लाम' नाम की किताब खरीदी. अहमदिया मुस्लिम जमात 'विश्व संकट तथा शांतिपथ' नामक किताब पूरे देश में मुफ्त बांट रही है, मेले में भी.

इनपुट आईएएनएस से

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