प्रतीकात्मक तस्वीर
- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से की बात
- सीएम ने जयपुर के कमिश्नर को मदद करने को कहा
- डीसीपी स्तर के अधिकारी ने महिला से की मुलाकात, केस दर्ज
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जयपुर:
जयपुर की एक महिला को उस समय कुछ राहत मिली जब उसने ट्वीट पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद मांगी और उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से इस महिला की मदद के लिए कहा। इस महिला ने दीपा कर्मकार के लिए एक ट्वीट किया था जिसके बाद ट्वीटर पर उन्हें कई तरह की बातें कही गईं।
इस महीला ने दीपा कर्मकार के ओलिंपिक में प्रोडुनोवा वॉल्ट पर परफार्म करने से पहले एक ट्वीट में कहा था कि दूसरे देश के जिम्नास्ट मेडल के लिए प्रोडुनोवा वॉल्ट, जिसे मौत का वॉल्ट भी कहा जाता है, नहीं करते हैं. आज वह (दीपा कर्मकार) ओलिंपिक मेडल के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा रही है. जिंदगी की कीमत पर मेडल के लिए दाव किसी देश (डैम्न कंट्री) में नहीं लगाया जाना चाहिए.
ट्वीट में देश को 'डैम्नड कंट्री' कहने की वजह महिला कई लोगों की नजर में चढ़ गईं और उन्हें ट्वीट पर ही तमाम तरह की धमकियां मिलने लगीं।
कई ट्वीट पर धमकी मिलने के बाद महिला ने ट्वीट के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से संपर्क साधा और उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से महिला की मदद करने के लिए कहा। राज्य की मुख्यमंत्री को जब इस घटना के बारे में पता चला तब जयपुर के कमिश्नर संजय अग्रवाल को फोन किया गया। उन्होंने एक डीसीपी स्तर के अधिकारी को महिला से संपर्क करने को कहा।
पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद हमने एक डीसीपी स्तर के अधिकारी को महिला से साधा। आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और सर्विस प्रोवाइडर के जरिए धमकाने वाले लोगों की पहचान की जा रही है।
एनडीटीवी से बातचीत में महिला ने साफ कहा कि वह किसी प्रकार का कोई इंटरव्यू नहीं देना चाहती और न ही वह यह चाहती है कि उसकी पहचान उजागर हो। उन्होंने कहा कि एक छोटी से बात का बतंगड़ बना दिया गया और अब मैं यह सब भूलकर आगे बढ़ना चाहती हूं।
इस महीला ने दीपा कर्मकार के ओलिंपिक में प्रोडुनोवा वॉल्ट पर परफार्म करने से पहले एक ट्वीट में कहा था कि दूसरे देश के जिम्नास्ट मेडल के लिए प्रोडुनोवा वॉल्ट, जिसे मौत का वॉल्ट भी कहा जाता है, नहीं करते हैं. आज वह (दीपा कर्मकार) ओलिंपिक मेडल के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा रही है. जिंदगी की कीमत पर मेडल के लिए दाव किसी देश (डैम्न कंट्री) में नहीं लगाया जाना चाहिए.
ट्वीट में देश को 'डैम्नड कंट्री' कहने की वजह महिला कई लोगों की नजर में चढ़ गईं और उन्हें ट्वीट पर ही तमाम तरह की धमकियां मिलने लगीं।
कई ट्वीट पर धमकी मिलने के बाद महिला ने ट्वीट के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से संपर्क साधा और उन्होंने राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से महिला की मदद करने के लिए कहा। राज्य की मुख्यमंत्री को जब इस घटना के बारे में पता चला तब जयपुर के कमिश्नर संजय अग्रवाल को फोन किया गया। उन्होंने एक डीसीपी स्तर के अधिकारी को महिला से संपर्क करने को कहा।
पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद हमने एक डीसीपी स्तर के अधिकारी को महिला से साधा। आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और सर्विस प्रोवाइडर के जरिए धमकाने वाले लोगों की पहचान की जा रही है।
एनडीटीवी से बातचीत में महिला ने साफ कहा कि वह किसी प्रकार का कोई इंटरव्यू नहीं देना चाहती और न ही वह यह चाहती है कि उसकी पहचान उजागर हो। उन्होंने कहा कि एक छोटी से बात का बतंगड़ बना दिया गया और अब मैं यह सब भूलकर आगे बढ़ना चाहती हूं।
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