IPL 2017 : रोहित शर्मा ने अंपायर से जमकर बहस की... (फोटो : AFP)
मुंबई:
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सोमवार को घरेलू टीम मुंबई बहुत ही मामूली अंतर से हार गई. एक तरह से यूं कहें कि उसकी जीत लगभग तय थी, लेकिन अंतिम ओवर आते-आते उसके बल्लेबाजों ने खराब शॉट से अपने लिए मुसीबत मोल ली. हालांकि इस हार के लिए कई फैन्स ने अंतिम ओवरों में खराब अंपायरिंग को दोष दिया है. इतना ही नहीं मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा तो बैटिंग के दौरान ही अंपायर से भिड़ गए और उनके साथ जमकर बहस की. इस बीच स्क्वेयर लेग अंपायर ने आकर मामला शांत कराया, लेकिन अब रोहित शर्मा को अंपायर के सामने नाराजगी जताना महंगा पड़ गया है. वैसे इसमें अंपायर की गलती भी नहीं थी.
मुंबई इंडियन्स के कप्तान रोहित शर्मा पर राइजिंग पुणे सुपरजायंट के खिलाफ आईपीएल मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताने के लिए मैच शुल्क का 50 प्रतिशत जुर्माना किया गया है. यह घटना सोमवार रात वानखेड़े स्टेडियम में हुई. उस समय मुंबई इंडियन्स को आखिरी ओवर में जीत के लिए 17 रन चाहिए थे. रोहित शर्मा तय जीत को हार में बदलते देख वैसे ही टेंशन में थे. उन्होंने छक्का लगाकर कुछ उम्मीद जगाई भी, लेकिन सबकुछ उनके पक्ष में नहीं रहा.
जयदेव उनादकट के इस ओवर की पहली गेंद पर ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने बाउंड्री पर बेहतरीन कैच लेकर हार्दिक पंड्या को पैवेलियन भेजा जबकि रोहित ने दूसरी गेंद पर छक्का जड़ा. उनादकट ने तीसरी गेंद रोहित से काफी दूरी फेंकी थी और उन्हें लगा कि यह वाइड है. हालांकि रोहित ऑफ स्टंप से काफी बाहर निकल गए थे, जिससे अंपायर एस रवि ने उसे वाइड नहीं दिया. इस फैसले से निराश रोहित अंपायर के पास गए और उन्होंने गुस्से में विरोध किया और बहस की. आखिर में मुंबई को तीन रन से हार का सामना करना पड़ा.
उनादकट ने अपने इसी ओवर में रोहित को आउट किया. रोहित ने 39 गेंदों पर 58 रन बनाए. मुम्बई की टीम तमाम प्रयासों के बाद भी लक्ष्य से तीन रन दूर रह गई. मुम्बई की टीम लगातार सात जीत का रिकॉर्ड नहीं बना सकी.
आईपीएल ने विज्ञप्ति में कहा है, ‘शर्मा ने खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों के लिए आईपीएल आचार संहिता के लेवल एक का अपराध स्वीकार कर लिया है. यह इस सत्र में उनका लेवल एक का दूसरा अपराध है. इसमें मैच रेफरी का फैसला अंतिम और स्वीकार्य होता है.’
मुंबई इंडियन्स के कप्तान रोहित शर्मा पर राइजिंग पुणे सुपरजायंट के खिलाफ आईपीएल मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताने के लिए मैच शुल्क का 50 प्रतिशत जुर्माना किया गया है. यह घटना सोमवार रात वानखेड़े स्टेडियम में हुई. उस समय मुंबई इंडियन्स को आखिरी ओवर में जीत के लिए 17 रन चाहिए थे. रोहित शर्मा तय जीत को हार में बदलते देख वैसे ही टेंशन में थे. उन्होंने छक्का लगाकर कुछ उम्मीद जगाई भी, लेकिन सबकुछ उनके पक्ष में नहीं रहा.
जयदेव उनादकट के इस ओवर की पहली गेंद पर ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने बाउंड्री पर बेहतरीन कैच लेकर हार्दिक पंड्या को पैवेलियन भेजा जबकि रोहित ने दूसरी गेंद पर छक्का जड़ा. उनादकट ने तीसरी गेंद रोहित से काफी दूरी फेंकी थी और उन्हें लगा कि यह वाइड है. हालांकि रोहित ऑफ स्टंप से काफी बाहर निकल गए थे, जिससे अंपायर एस रवि ने उसे वाइड नहीं दिया. इस फैसले से निराश रोहित अंपायर के पास गए और उन्होंने गुस्से में विरोध किया और बहस की. आखिर में मुंबई को तीन रन से हार का सामना करना पड़ा.
उनादकट ने अपने इसी ओवर में रोहित को आउट किया. रोहित ने 39 गेंदों पर 58 रन बनाए. मुम्बई की टीम तमाम प्रयासों के बाद भी लक्ष्य से तीन रन दूर रह गई. मुम्बई की टीम लगातार सात जीत का रिकॉर्ड नहीं बना सकी.
आईपीएल ने विज्ञप्ति में कहा है, ‘शर्मा ने खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों के लिए आईपीएल आचार संहिता के लेवल एक का अपराध स्वीकार कर लिया है. यह इस सत्र में उनका लेवल एक का दूसरा अपराध है. इसमें मैच रेफरी का फैसला अंतिम और स्वीकार्य होता है.’
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