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Year Ender 2025: लॉरेंस-गोल्डी गैंग में टूट से लेकर इंटरनेशनल धमकियों तक, इस साल ये 12 गैंगस्टर रहे सुर्खियों में

Year Ender 2025: साल 2025 खत्म होने को है. इस साल भी कई बड़ी आपराधिक घटनाएं घटीं. कई गैंगवॉर सामने आईं तो पुलिस को भी कई बड़ी सफलताएं मिलीं. इस खबर में जानिए इस साल के उन 12 गैंगस्टरों को बारे में, जो खबरों में बने रहे.

Year Ender 2025: लॉरेंस-गोल्डी गैंग में टूट से लेकर इंटरनेशनल धमकियों तक,  इस साल ये 12 गैंगस्टर रहे सुर्खियों में
  • साल 2025 में लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग में दरार के कारण पूरे सिंडिकेट के दो धड़ों में विभाजन हुआ
  • गोल्डी बराड़ को भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित किया है और उस पर सीमा पार से हथियार तस्करी का आरोप है
  • रोहित गोदारा की बिश्नोई और गोल्डी गैंग के बीच टकराव में अहम भूमिका, कई हाई-प्रोफाइल वारदातों में शामिल रहा
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Year Ender 2025: साल 2025 कई आपराधिक नेटवर्क गैंगवॉर, हाई-प्रोफाइल हत्याओं और अंतर्राष्ट्रीय धमकियों की वजहों से सुर्खियों में रहा. इस साल की सबसे बड़ी खबर थी लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग में आई बड़ी दरार, जिसने पूरे सिंडिकेट को दो धड़ों में बांट दिया. इस दौरान अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी और जीशान अख्तर और शहजाद भट्टी जैसे नए चेहरों के उदय ने भी अपराध की दुनिया में हलचल मचा दी. इस खबर में आपको उन 12 गैंगस्टरों के बारे में बताते हैं, जो साल 2025 में चर्चा में रहे.

लॉरेंस बिश्नोई

लॉरेंस बिश्नोई साल 2025 में भी नामे-जिक्र में खूब रहा, क्योंकि वह जेल में होते हुए भी अपने गैंग का नेटवर्क चला रहा है. मूल रूप से पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला लारेंस बिश्नोई इस समय गुजरात की सावरमती जेल में बंद है. सिद्दू मुसेवाला और बाबा सिद्दकी जैसे बड़े और हाइप्रोफाइल हत्याकांड के बाद उसका नाम चर्चा में है. गैंग के लोग उसे सबसे बड़ा डॉन कहते हैं.

  • इस साल चर्चा में क्यों?

इस साल वो चर्चा में इसलिए रहा क्योंकि उसका गैंग साल की शुरुआत में ही 2 धड़ों में बट गया. उसका बचपन का साथी गोल्डी बराड़ उससे अलग हो गया. इसी साल उसने कपिल शर्मा के कनाडा के कैप्स कैफे में 3 बार फायरिंग करवाई. दिल्ली पुलिस ने हाल ही फायरिंग की साजिश में शामिल बंधु मान को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा लारेंस बिश्नोई गैंग हाल ही में चंडीगढ़ में गोल्डी बराड़ गैंग से जुड़े इंदरप्रीत पेरी की हत्या की जिम्मेदारी भी ली. NIA के मुताबिक उत्तरी भारत में लारेंस बिश्नाई गैंग का साम्राज्य दाऊद इब्राहिम की तरह बढ़ रहा है. उसके गैंग में 700 से ज्यादा शूटर हैं. रेकी करने वाले से लेकर लॉजिस्टिक सपोर्ट देने वाले और लीगल टीम तक हर किसी का गैंग में अलग अलग काम है. वो अपने गैंग को एक कॉर्पोरेट कंपनी की तरह चलाता है. गोल्डी बराड़ के साथ उसका गैंगवार चल रहा है, जिसकी वीडियो, ऑडियो क्लिप्स और धमकियां सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं.

गोल्डी बराड़

गोल्डी बराड़ साल 2025 की बड़ी खबरों में इसलिए रहा, क्योंकि उसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग से अलग होने का दावा किया और खुद को नया नेता बताया. उससे जुड़ी ऑडियो क्लिप्स सामने आईं, वो मोस्ट वांटेड लिस्ट में भी शामिल है और उस पर कई राज्यों में केस दर्ज हैं. गोल्डी बराड़ का गांव लॉरेंस बिश्नोई के गांव से कुछ ही दूरी पर है और वो लारेंस बिश्नोई के बचपन और कालेज का साथी है. सिद्दू मूसेवाला और बाबा सिद्दकी जैसे हत्याकांड की साजिश में वो लारेंस गैंग के साथ था, लेकिन इसी साल की शुरुआत में लारेंस गैंग से अलग हो गया. गोल्डी बराड़ का असल नाम सतविंदरजीत सिंह बराड़ है और वह पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाला गैंगस्टर है. लंबे समय से कनाडा और यूएस से अपने नेटवर्क को चला रहा है. गोल्डी बराड़ का नाम पहली बार तब सुर्खियों में आया, जब उसके चचेरे भाई गुरलाल सिंह बराड़ की हत्या हुई. बदले की भावना में उसने खुद कई हत्याओं और हिंसक घटनाओं में हिस्सा लिया, जिसके बाद वह पुलिस की सूची में शामिल हो गया. साल 2024 में भारत सरकार ने गोल्डी बराड़ को UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत आतंकवादी घोषित किया. आरोप है कि वह सीमा पार से हथियार, विस्फोटक और ड्रोन के जरिये उपकरण तस्करी से जुड़े समूहों के साथ काम करता है और खालिस्तानी के साथ अन्य उग्र समूहों से लिंक रहा है.

  • साल 2025 में चर्चा क्यों?

साल 2025 में कुछ मामलों में गोल्डी बराड़ और उसके गैंग का नाम दिशा पाटनी के घर के बाहर फायरिंग में आया, गोल्डी के गैंग ने खुद इस घटना की जिम्मेदारी ली, जिससे मीडिया और पब्लिक का ध्यान इस ओर गया. गोल्डी बराड़ के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है, जो दुनिया के 195 देशों में उसकी गिरफ्तारी के लिए नोटिस है.

रोहित गोदारा

रोहित गोदारा, जिसे रावतराम भी कहा जाता है, एक ऐसा नाम है जो भारत के आपराधिक नेटवर्क और गैंगस्टर दुनिया में चर्चित हुआ है. वह राजस्थान के बीकानेर का रहने वाला माना जाता है और उसके खिलाफ 40 से ज्यादा हत्या, लूट-डकैती और फिरौती जैसे गंभीर मामलों में केस दर्ज हैं. उसे राजस्थान पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में रखा गया है और उसके ऊपर पुलिस के साथ NIA दोनों ने इनाम घोषित किया हुआ है. रोहित गोदारा पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक मुख्य सदस्य और गोल्डी बराड़ का करीबी माना जाता था. इसके कारण उसका नाम कई हाई-प्रोफाइल मामलों में सामने आया, जिनमें पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्या, राजपूत संगठन के नेता सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या और फायरिंग के कई मामले शामिल है.

  • इस साल इसलिए बना चर्चा का विषय

साल 2025 में रोहित गोदारा का नाम इसलिए सुर्खियों में रहा क्योंकि वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग और गोल्डी बराड़ के बीच उभरते टकराव का एक बड़ा हिस्सा बन गया. वह गोल्डी बराड़ के साथ अलग गैंग नेटवर्क का नेतृत्व कर रहा है और कई बार धमकियां, बयान और सोशल मीडिया पोस्ट्स के जरिए लॉरेंस बिश्नोई को गद्दार कहा है. उसने यह भी दावा किया कि बिश्नोई विदेशी एजेंसी के साथ कर रहा है, जो काफी विवादित रहा. अक्टूबर–नवंबर 2025 में अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुई गोलीबारी में रोहित गोदारा-गैंग का नाम सामने आया. उसके गैंग ने लॉरेंस बिश्नोई के एक करीबी हैरी बॉक्सर पर गोलीबारी की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई और दोनों गैंगों के बीच सोशल मीडिया पर तीखी बयानबाजी हुई. हाल ही में दुबई में लॉरेंस गैंग से जुड़े सिप्पा को मारने की जिम्मेदारी भी सोशल मीडिया पर रोहित गोदारा ने ली. राजस्थान में उसके गैंग के सदस्यों ने डॉक्टर और व्यापारी से 5 करोड़ रुपये रंगदारी मांगने जैसी घटनाएं भी सामने आईं. रोहित गोदारा साल 2025 में एक ऐसा नाम बन चुका है, जो भारत के बाहर भी गैंगवार, गोलीबारी और टकराव की खबरों से जुड़ा है. उस पर लूट-हत्या, डकैती, फिरौती, फायरिंग जैसे गंभीर आरोप हैं.

गोल्डी ढिल्लों

गोल्डी ढिल्लों का असली नाम गुरप्रीत सिंह है, वो एक भारतीय मूल का गैंगस्टर है, जो लॉरेंस बिश्नोई–गोल्डी बराड़ जैसे बड़े आपराधिक नेटवर्क से जुड़ा हुआ माना जाता है. वह फिलहाल पकड़ा नहीं गया है और विदेश में छिपा हुआ बताया जाता है. गोल्डी ढिल्लों मूलरूप पंजाब के पटियाला के राजपुरा का रहने वाला है. साल 2022 में वो भारत से भाग गया और अवैध तरीके से पहले जर्मनी पहुंचा. अभी उसके यूरोप में होने की जानकारी है. भारत में उसके खिलाफ दर्ज अधिकतर FIR हत्या, हत्या के प्रयास, हथियार अधिनियम , जबरन वसूली, टारगेट किलिंग और वसूली जैसे गंभीर आरोप हैं. गोल्डी ढिल्लों और उसके सहयोगियों ने कनाडा में कॉमेडियन कपिल शर्मा के रेस्तरां Kap's Cafe पर  गोलीबारी की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर ली है. ढिल्लों के नेटवर्क के सदस्यों की गिरफ्तारी भारत और विदेश दोनों में हुई है, जैसे कनाडा में उसके गैंग के बड़े साथी सिप्पू को गिरफ्तार किया गया. भारत की एजेंसियों ने ढिल्लों पर 10 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया हुआ है. वह कथित तौर पर आर्म्स सप्लाई, हथियार परिवहन, भर्ती, वसूली और टारगेट किलिंग जैसे नेटवर्क को विदेश से चला रहा है.

  • साल 2025 में ली बड़ी जिम्मेदारियां

साल 2025 में लारेंस बिश्नोई गैंग ने जितनी भी बड़ी वारदात की ,उनमें से अधिकतर की जिम्मेदारी गोल्डी ढिल्लों ने सोशल मीडिया पर ली. गोल्डी ढिल्लों का नाम साल 2025 में इसलिए सामने आया क्योंकि उसके एक मुख्य सहयोगी को पुलिस ने पंजाब में गिरफ्तार किया, जो गैंग को लॉजिस्टिक सपोर्ट और हथियार मुहैया करवा रहा था. यह गिरफ्तारी गोल्डी ढिल्लों संबंधित नेटवर्क को तोड़ने की कोशिश का हिस्सा है.

हरि बॉक्सर

हरि बॉक्सर ,जिसे हैरी बॉक्सर भी कहा जाता है. हरी बॉक्सर ने इसी साल कपिल शर्मा को धमकी का ऑडिओ मेसेज वायरल कर सनसनी फैलाई. ये राजस्थान के अलवर के चितरपुरा गांव का रहने वाला है. साल 2024 में हरि बॉक्सर ने डंकी रूट से अमेरिका में अवैध प्रवेश किया. अभी वो संयुक्त राज्य अमेरिका में सक्रिय है और वहां लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है. गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई से इसके घनिष्ठ संपर्क हैं और दोनों के बीच लगातार बातचीत होती रही है. जानकारी के मुताबिक लॉरेश गैंग से गोल्डी बराड़ की दूरी होने के बाद अब लॉरेश विश्नोई गैंग ने हरी बाक्सर को USA में खड़ा किया है और बॉक्सर लगातर भारत मे बसूली के कॉल कर रहा है. हरि बॉक्सर ने 12वीं तक की पढ़ाई की और फिर बीए किया.उसने सरकारी नौकरी (जैसे पुलिस, सेना, SSC) की परीक्षाओं की तैयारी की, पर पास नहीं हो सका. इसके बाद उसने बॉक्सिंग सीखना शुरू किया, यही वजह है कि उसे बॉक्सर कहा जाता है.

  • इस साल चर्चा में क्यों?

साल 2025 में उसकी फायरिंग के बाद रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि उसने हरि बॉक्सर पर गोली चलवाई, जिससे ये गैंग टकराव फिर से तेज हो गया. हरि बॉक्सर के नाम से दिल्ली के एक व्यापारी से करोड़ों रुपये की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया. हिमाचल में एक लिकर कारोबारी को ₹5 करोड़ की मांग करने का आरोप भी सामने है. लुधियाना के एक व्यापारी को ₹7 करोड़ की धमकी देने की भी शिकायत दर्ज की गई है. हरि बॉक्सर ने लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के बीच चल रहे गैंगवार कई ऑडियो मैसेज जारी किए, जिसमें उसने गोल्डी बराड़ पर धोखे और विश्वासघात के आरोप लगाए. साथ ही अपने विरोधियों को जान से मारने की धमकी भी दी, जिसके मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हैं.

आरजू बिश्नोई 

आरजू बिश्नोई लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक सक्रिय सहयोगी के रुप में उभर रहा है. वह गैंग के कामकाज में कथित तौर पर शामिल होने, धमकियां देने और सोशल मीडिया के ज़रिये प्रचार करने के लिए सुर्खियों में रहा है, चंडीगढ़ में हुई हत्या के मामले में आरजू बिश्नोई और हैरी बॉक्सर ने खुद सोशल मीडिया पोस्ट में इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी की हत्या की जिम्मेदारी ली. आरजू बिश्नोई ने गैंग के पक्ष से रोहित गोदारा जैसे गैंगस्टरों खुली धमकियां दीं. एक ऑडियो मैसेज उसने कहा कि वे गोली से जवाब देंगे और जंग की शुरुआत हो चुकी है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर कबड्डी खिलाड़ियों और व्यापारियों पर हमले भी हुए हैं और जिम्मेदारी अक्सर उसके सहयोगियों  में शामिल आरजू बिश्नोई ने ली है.

वेंकटेश गर्ग

गैंगस्टर वेंकटेश गर्ग इस समय जॉर्जिया में है, उसे जॉर्जिया से प्रत्यपर्ण कर भारत जल्दी लाया जाएगा. वेंकटेश जॉर्जिया से शूटर्स भर्ती कर रहा था. वो सोशल मीडिया के जरिए उत्तरी भारत में युवाओं से संपर्क करता है. पैसों का लालच देकर उनकी भर्ती गैंग में करता है. वेंकट कपिल सांगवान के साथ मिलकर एक्सटॉर्शन का सिंडिकेट चला रहा है. कपिल सांगवान कुख्यात गैंगस्टर है, जो इस समय अमेरिका में है. दिल्ली और एनसीआर में उसके नाम की दहशत है. दिल्ली पुलिस ने उसके 4 शूटरों को गिरफ्तार भी किया है. वेंकटेश हरियाणा के नारायणगढ़ का रहने वाला है. उसके खिलाफ लूट ,हत्या ,फिरौती के 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. साथ वेंकटेश गुरुग्राम में बसपा नेता की हत्या में भी शामिल रहा है, जिसके बाद गुरुग्राम से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर वो विदेश भाग गया था.

सुनील सरधनिया

गैंगस्टर सुनील सरधनिया को गुरुग्राम पुलिस ने हाल ही में दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया. विदेश में बैठकर गैंगस्टर दीपक नांदल के साथ मिलकर सुनील सरधानिया गैंग को ऑपरेट कर रहा था और विदेश में बैठकर गैंग चला रहा था,बॉलीवुड सिंगर राहुल फाजिलपुरिया पर सुनील सरधानिया ने ही फायरिंग करवाई थी.फाजिलपुरिया के करीबी और प्रॉपर्टी डीलर रोहित शौकीन की हत्या में भी सुनील सरधनिया का हाथ था. हाल ही में सेक्टर 45 में MNR बिल्डर के दफ्तर के बाहर भी सुनील सरधनिया के गुर्गों ने  फायरिंग की थी. सुनील सरधनिया पर फिरौती, हत्या, हत्या के प्रयास समेत कई संगीन मुकदमे है दर्ज हैं. सुनील साल 2024 में फर्जी पासपोर्ट बनाकर विदेश भाग गया था. यह दुबई के रास्ते मध्य-अमेरिका के कोस्टा-रिका चला गया था, लेकिन इसी साल जब भारत लौटा तो  गुरुग्राम पुलिस को पहले ही उसके भारत आने का इनपुट मिल चुका था, जिसके आधार पर IGI एयरपोर्ट पर ही उसे दबोच लिया गया. पुलिस के अनुसार आरोपी सुनील सरधनिया दुबई होकर फर्जी पासपोर्ट के ज़रिए कोस्टा-रिका गया था और वहीं से गैंग संचालन कर रहा था. इससे पहले वह हत्या के मामलों में आजीवन कारावास और 10 साल की सजा काट चुका है. लेकिन हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद साल 2024 में वह विदेश भाग गया. सुनील के खिलाफ कुल 24 आपराधिक मामले हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में दर्ज हैं.

हिमांशु भाऊ

हिमांशु भाऊ हरियाणा के रोहतक जिले के रिटोली  गांव का रहने वाला है. वह बहुत कम समय में हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में एक बड़े गैंगस्टर के रूप में उभरा. उसकी छवि एक ऐसे अपराधी की है, जो विदेश से बैठकर अपने गिरोह को चलाता है. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उस पर हत्या, हत्या की कोशिश, रंगदारी वसूली, अवैध हथियार, फायरिंग, धमकी और गैंगवार के कई मामले दर्ज हैं. हिमांशु भाऊ की उम्र कम है, लेकिन अपराध की दुनिया में उसका नाम तेजी से बढ़ा, जिस कारण उसे छोटा डॉन भी कहा जाता है. हिमांशु पुर्तगाल में बैठकर अपने गैंग को चला रहा है. उसके खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के कारण उसकी लोकेशन ट्रैक करने के लिए अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां सक्रिय हैं. भारत में अदालतों ने उसे प्रोक्लेम्ड ऑफ़ेंडर घोषित कर दिया है. हिमांशु भाऊ का गिरोह  दिल्ली, हरियाणा, गुरुग्राम, नजफगढ़, रोहतक और बहादुरगढ़ में सक्रिय है. उसका नेटवर्क तीन हिस्सों में काम करता है. पहले मैदान में काम करने वाले युवा शूटर, जिनकी उम्र ज्यादातर 20–25 साल के बीच होती है. दूसरा सोशल मीडिया मैनेजर और धमकी देने वाली टीमें, जो व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम के जरिए धमकी मैसेज भेजती हैं और तीसरा विदेश में बैठे मास्टरमाइंड, जिनमें हिमांशु भाऊ खुद आदेश देता है कि किस पर हमला करना है, किससे पैसे लेने हैं या किस व्यवसायी को धमकाना है.

  • हिमांशु का नाम इस घटना से जुड़ा

साल 2025 की चर्चित घटनाओं में से एक थी यूट्यूबर एल्विश यादव के घर के बाहर की फायरिंग. पुलिस जांच में साफ हुआ कि इस फायरिंग का मकसद दहशत फैलाना और गैंग की मौजूदगी दिखाना था. हिमांशु भाऊ गैंग का दिल्ली के बड़े गैंगस्टर रोहित लांबा के साथ लगातार गैंगवॉर चल रहा है. साल 2025 में पुलिस ने हिमांशु भाऊ के दो शार्प-शूटर्स को गिरफ्तार किया, जो रोहित लांबा पर हमला करने निकले थे. दोनों गैंगों के बीच यह टकराव पुराने विवाद आधारित है. 2025 में दिल्ली पुलिस और क्राइम ब्रांच ने इस गिरोह पर MCOCA लगाया, जो बहुत सख्त कानून है और केवल संगठित अपराध सिंडिकेट पर लागू किया जाता है. साल 2025 में कई बार पुलिस और हिमांशु भाऊ गैंग के बीच मुठभेड़ हुईं. दिल्ली के रोहिणी इलाके में मुठभेड़ के बाद तीन शूटर पकड़े गए. कुछ घटनाओं में गैंग के 2–3 सदस्य मारे भी गए. दिल्ली पुलिस ने इस साल कुछ ऐसे लोगों को भी पकड़ा, जो हिमांशु भाऊ के नाम से 50 लाख रुपये तक की उगाही कर रहे थे. पुलिस ने उसके गिरोह के फाइनेंशियल नेटवर्क, बैंकिंग, हवाला और डिजिटल लेनदेन को ट्रैक करना शुरू कर दिया है. उसके गैंग के ज्यादातर ग्राउंड ऑपरेटिव्स गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिससे नेटवर्क कमजोर पड़ रहा है. लगातार सोशल मीडिया मॉनिटरिंग भी बढ़ाई गई है ताकि धमकी वीडियो या वॉयस मैसेज से अपराध की प्लानिंग पता चल सके. इसके अलावा हिमांशु भाऊ खुलेआम लारेंस बिश्नोई को मारने की धमकी देता आया है.

जीशान अख्तर

जीशान अख्तर का असली नाम मोहम्मद यासीन अख्तर है. वो पंजाब के जालंधर जिले के शंकर गांव का रहने वाला है. उस पर पंजाब और हरियाणा में हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती और जबरन वसूली सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. उसे आखिरी बार साल 2022 में पंजाब पुलिस ने संगठित अपराध के आरोप में गिरफ्तार किया था और वह जून 2024 में जेल से रिहा हुआ था. ​इसके बाद वो कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ गया. वो लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के सीधे संपर्क में था. जीशान अख्तर को एनसीपी नेता और पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है, आरोप है कि उसने शूटरों (धर्मराज कश्यप, गुरमेल बलजीत सिंह और शिवकुमार गौतम) को काम पर रखा, जिन्होंने हथियार, रसद और रहने की व्यवस्था की. कथित तौर पर विशेष ऐप के माध्यम से अनमोल बिश्नोई के संपर्क में रहते हुए पूरी घटना को अंजाम दिलवाया. हत्या के बाद वह भारत से भाग गया था. लेकिन हाल ही में अनमोल बिश्नोई के भारत लौटने के बाद उसने विदेश से एक वीडियो जारी कर बाबा सिद्दीकी की हत्या में अपनी भूमिका कबूल की और दावा किया कि उसने यह हत्या लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर की थी. ​जीशान अख्तर ने बताया कि वह कभी आईपीएस अधिकारी बनने का सपना देखता था. ​उसने कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर शहजाद भट्टी से मिलने और उसकी मदद से भागने का दावा भी किया.

शहजाद भट्टी

शहजाद भट्टी पाकिस्तान का एक कुख्यात गैंगस्टर है, जो कथित तौर पर आतंकवादी नेटवर्क भी चलाता है. शहजाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का रहने वाला है. इसके साथ ही उसके पास मोरक्कन पासपोर्ट भी  है. वह मुख्य रूप से पाकिस्तान, दुबई और गल्फ कंट्री  से अपने आपराधिक और भारत-विरोधी गतिविधियों को चला रहा है. उसका क्राइम नेटवर्क कनाडा तक फैला हुआ है. वह सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय है और खुद को इस्लाम और पाकिस्तान का सिपाही बताता है. भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार, वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर भारत-विरोधी गतिविधियां चलाता है. शहजाद भट्टी सोशल मीडिया के जरिए भारत में आतंकी मॉड्यूल खड़ा करने और भारतीय युवाओं को पैसे व गैंगस्टर लाइफ का लालच देकर भर्ती करने की साजिश रच रहा है. वह पूर्व में पाकिस्तानी माफिया फारूक खोखर के लिए तस्करी का धंधा संभालता था, जिसके बाद उसका संपर्क आईएसआई से हुआ और उसने अपना गैंग बना लिया. ISI ने कथित तौर पर शहजाद भट्टी और खालिस्तानी आतंकी गुट बब्बर खालसा के आतंकियों को एक दूसरे से मिलवाया. शहजाद भट्टी कभी भारतीय गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी हुआ करता था. उनके बीच वीडियो कॉल पर बातचीत होने और त्योहारों पर एक-दूसरे को बधाई देने की खबरें भी सामने आई थीं. लॉरेंस बिश्नोई ने जेल से उसे ईद की मुबारकबाद दी थी, जिसका वीडियो वायरल हुआ था.

  • लॉरेंस बिश्नोई गैंग से हुई दुश्मनी

साल 2025 में भट्टी इसलिए चर्चा में है, क्योंकि अब लॉरेंस बिश्नोई गैंग से दुश्मनी हो गई है. भट्टी ने लॉरेंस बिश्नोई को देश का गद्दार बताया और उसे व उसके भाई अनमोल बिश्नोई को जान से मारने की धमकी दी है. उसने हरियाणा के सिरसा जिले में महिला थाने पर ग्रेनेड फेंकने का दावा किया था. लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने NIA कोर्ट से भट्टी के गिरोह से खतरे की आशंका जताते हुए सुरक्षा भी मांगी है. बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के मुख्य आरोपी जीशान अख्तर ने दावा किया था कि वह भट्टी से मिला था और भट्टी ने कथित तौर पर उसे भारत से भागकर अजरबैजान जाने में मदद की थी. भट्टी ने खुद एक वीडियो जारी कर यह दावा किया था कि उसने लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर सिद्दीकी के हत्यारे जीशान अख्तर को भागने में मदद की थी, लेकिन बाद में उसने लॉरेंस पर गद्दारी का आरोप लगाया.

अनमोल बिश्नोई

साल 2025 में अनमोल बिश्नोई का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है. लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई पिछले कई सालों से अमेरिका में बैठकर लारेंस गैंग की कमान संभाल रहा था, लेकिन कुछ दिन पहले एजेंसियां उसे भारत लाने में कामयाब रहीं. वो कई हाई-प्रोफाइल शूटआउट, फिरौती, धमकी और गन-सप्लाई नेटवर्क से जुड़ा था. अनमोल बिश्नोई का नाम पहली बार अपराध की दुनिया में तब सामने आया जब लॉरेंस के जेल में रहने के दौरान उसने गैंग की कमान संभालनी शुरू की. धीरे-धीरे उसने फिरौती, हथियार सप्लाई, सुपारी किलिंग और सोशल मीडिया के जरिए धमकी देना शुरू किया. उसके सोशल मीडिया पोस्ट अक्सर सुर्खियों में रहते हैं, जहां वह गैंग की जिम्मेदारियां लेने या विरोधियों को चेतावनी देने वाले मैसेज डालता रहा है. अनमोल लारेंस विश्नोई से 6 साल छोटा है लेकिन जुर्म की दुनिया उसका कद अपने भाई से कम नहीं है. इस समय उसकी छवि इंटरनेशनल गैंगस्टर की है. अनमोल विश्नोई अपने भाई की तरफ पढ़ने और स्पोर्ट्स में अच्छा था. उसकी शुरुआती पढ़ाई अपने गांव पंजाब के दुतारावाली के पास अबोहर में हुई. इसके बाद वो कॉलेज में एडमिशन के लिए राजस्थान के माउंट आबू चला गया. वो अच्छा बॉक्सर भी है लेकिन उसने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया. साल 2015 में जेल जाने के बाद अनमोल ने लारेंस गैंग की कमान खुद संभाल ली. उसने अबोहर में युवा लड़कों का गैंग बनाया और लूटपाट और रंगदारी मांगने लगा. साल 2015 में ही अनमोल को पहली बार हथियारों और कैश के साथ फाजिल्का पुलिस ने गिरफ्तार किया. अनमोल काफी लंबे समय तक राजस्थान की जेल में रहा और फिर जेल से रिहा हुआ,उसका नाम पहली बार किसी बड़े मामले में 29 मई 2022 को सिद्दू मूसेवाला हत्याकांड में आया. लेकिन वो अपने मामा के लड़के सचिन विश्नोई के साथ हत्या के एक महीने पहले से नेपाल से दुबई और अजरबैजान होते हुए डोंकी रूट से अमेरिका पहुंच गया. इसके बाद अप्रैल 2023 में अनमोल अमेरिका में पंजाबी सिंगर करन औजला की पार्टी में दिखा. हिरण के शिकार के चलते सलमान खान को धमकी देने का मामला हो या 14 अप्रैल 2024 को सलमान खान के घर फायरिंग के हर मामले में उसका नाम तेजी से उभरा. सूत्रों के मुताबिक सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वालों से खुद अनमोल विश्नोई बात कर रहा था और उसने शूटरों से कहा था गुरु जी का आदेश है. गुरु जी यानि लारेंस विश्नोई. अब तक अनमोल का नाम जिन बड़े मामलों में नाम सामने आया है उनमें मुक्तसर के एक मोबाइल डीलर से रंगदारी मांगना, सिद्दू मूसेवाला हत्याकांड, सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग और बाबा सिद्दीकी हत्याकांड  शामिल हैं.

जानकारी में मुताबिक अनमोल बिश्नोई पर अब 18 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं. वह जोधपुर जेल में एक केस में सजा काट चुका है. अनमोल को 7 अक्टूबर 2021 को जमानत पर रिहा किया गया था. साल 2023 में जांच एजेंसी ने उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. NIA ने अनमोल को मोस्ट वांटेड अपराधियों की लिस्ट में शामिल कर उस पर 10 लाख का इनाम रखा था. बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में लारेंस के साथ अनमोल का नाम सामने आया था. जांच में पता चला है कि अनमोल शूटरों से स्नैपचैट पर बात कर रहा था.वो अपने भाई के साथ अपराध का एक संगठित गिरोह एक कॉर्पोरेट कंपनी की तरह चला रहा था. जेलों से लेकर 7 राज्यों में उसके गुर्गे हैं.

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