यशवंत सिन्हा ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी को भेज दिया है. बहरहाल, यशवंत सिन्हा फिलहाल राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर कुछ बोलना नहीं चाहते हैं. सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी दलों की बैठक के बाद अगर उनके नाम पर एक आम सहमति बनती है तो वे एक औपचारिक बयान जारी करेंगे.तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष औऱ पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा ने तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी को शुक्रिया कहा है.
आज सबेरे अपने एक ट्वीट में यशवंत सिन्हा ने लिखा,” तृणमूल पार्टी में मिले मान औऱ सम्मान के लिए मैं ममता जी का शुक्रगुजार हूँ. अब वो समय आ गया है जब बृहत राष्ट्रीय हित में मैं पार्टी से अलग होकर विपक्षी एकता के लिए काम करूं. मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे इस कदम को वो जरूर स्वीकार करेंगी.”
I am grateful to Mamataji for the honour and prestige she bestowed on me in the TMC. Now a time has come when for a larger national cause I must step aside from the party to work for greater opposition unity. I am sure she approves of the step.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) June 21, 2022
यशवंत सिन्हा के इस ट्वीट के बाद अटकलबाजियों का बाजार गर्म हो गया है. सियासी गलियारों में ये चर्चा चल रही है कि विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के लिए वो एक सर्वमान्य उम्मीदवार हो सकते हैं.बताते चलें कि आज दोपहर बाद दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक होने वाली है जिसमें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर चर्चा होगी.
गौरतलब है कि कल गोपालकृष्ण गांधी ने विपक्षी दलों के सर्वमान्य उम्मीदवार बनने से से इंकार कर दिया था. उनके नाम का सुझाव पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया था. गोपालकृष्ण गांधी के अलावे शरद पवार और फारूख़ अबदुल्ला ने भी विपक्षी दलों के सर्वमान्य उम्मीदवार बनने से इंकार कर दिया था.
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