पहलवान बजरंग पूनिया खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से उनके घर मुलाकात कर रहे हैं, उनके साथ इस बैठक में साक्षी मलिक भी मौजूद हैं. बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे इन पहलवानों ने सरकार के पांच मांगें रखी हैं.
पहलवानों की मांग:
- रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएं
- WFI की एक महिला प्रमुख हो
- बृजभूषण और उनके परिवार से कोई भी WFI का हिस्सा नहीं होगा
- 28 अप्रैल को पहलवानों के खिलाफ जो एफआईआर दर्ज की गई थी, उसे रद्द किया जाए.
- बृजभूषण की गिरफ्तारी (उस पर एचएम ने स्पष्ट किया है कि गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की जांच पर निर्भर करेगी.)
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह ने पहलवानों के प्रदर्शन को लेकर बजरंग पुनिया से फोन पर बात की थी. NDTV पर बजरंग पूनिया के इंटरव्यू के बाद ये फोन किया गया था. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी पहलवानों को बातचीत के लिए न्योता भेजा था. हालांकि खिलाड़ियों का कहना था कि हम छुपकर कोई बैठक नहीं करेंगे.
यही वजह रही कि खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर खिलाड़ियों को बातचीत का न्योता दिया. इसके बाद पहलवान खेल मंत्री से बातचीत के लिए तैयार हो गए.
The government is willing to have a discussion with the wrestlers on their issues.
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) June 6, 2023
I have once again invited the wrestlers for the same.
वहीं अनुराग ठाकुर के बातचीत के प्रस्ताव पर पहलवान साक्षी मलिक ने कहा था कि हम सरकार द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर अपने वरिष्ठों और समर्थकों के साथ चर्चा करेंगे. जब सभी अपनी सहमति देंगे कि प्रस्ताव ठीक है, तभी हम मानेंगे. ऐसा नहीं होगा कि हम सरकार की किसी भी बात को मान लें और अपना धरना समाप्त कर दें. बैठक के लिए अभी तक कोई समय तय नहीं किया गया है.
गौरतलब है कि खिलाड़ी भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं.
तीन जून की रात गृहमंत्री अमित शाह ने प्रदर्शनकारी पहलवानों में से साक्षी और बजरंग से मुलाकात की थी. इससे पहले अनुराग ठाकुर, प्रदर्शनकारी पहलवानों से मुलाकात कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि सरकार बृजभूषण सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए पहले ही एक समिति का गठन कर चुकी है. पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच कर रही है. आरोप पत्र भी दायर किया जाएगा और निष्पक्ष जांच की जाएगी.
बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को कनॉट प्लेस पुलिस थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसमें एक में नाबालिग पहलवान के पिता द्वारा दी गई शिकायत पर बच्चों को यौन शोषण से संरक्षण दिलाने वाला पॉक्सो अधिनियम लगाया गया था, जिसमें दोषी पाए जाने पर सात साल तक की जेल की सजा होती है.
वहीं, बृजभूषण सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया और कहा कि अगर उनके खिलाफ एक भी आरोप साबित हो जाता है, तो वह फांसी पर चढ़ जाएंगे.
क्या बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपने बयान से पलट गईं नाबालिग पहलवान? जानें क्या है सच?
"अमित शाह से कोई सेटिंग नहीं हुई, धरना जारी रहेगा..." : NDTV से बोले पहलवान बजरंग पुनिया
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं