केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने परियोजना चीता पर एनडीटीवी से बातचीत की. उन्होंने कहा कि भारत से कई दशक पहले विलुप्त हुए चीता को फिर से देश में बसाने की पहल एक ऐतिहासिक कदम है. शुरुआत में नामीबिया से भारत लाए गए चीता को हम क्वॉरेंटाइन में रखेंगे, जिससे कि वह भारत के वातावरण में सही तरीके से ढल सके.
अश्विनी चौबे ने कहा कि भारत सरकार ने नामीबिया और साउथ अफ्रीका के साथ चीता को भारत में ट्रांसलोकेट करने के लिए पहल किया है. भारत सरकार ने मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर भारत में चीता को चरणबद्ध तरीके से बचाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. चीता के संरक्षण के लिए जो कुछ भी जरूरी है, वह सब किया जाएगा.
पर्यावरण राज्य मंत्री ने कहा कि ने कहा कि टूरिज्म के लिए यह एक बहुत बड़ा कदम होगा. हमें चीता देखना है, लोग काफी उत्साहित होंगे. हम आम लोगों को चीता प्रोजेक्ट के साथ जोड़ना चाहते हैं. अश्विनी चौबे ने कहा कि 17 तारीख को प्रधानमंत्री कूनो नेशनल पार्क जाएंगे.
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