विज्ञापन

96 साल के लालकृष्ण आडवाणी को BJP ने क्यों बनाया सक्रिय सदस्य? जानिए क्या करना पड़ेगा काम

भारतीय जनता पार्टी (BJP) का सक्रिय सदस्यता का अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा. इसके तहत शीर्ष नेतृत्व से लेकर आम कार्यकर्ता को सक्रिय सदस्य बनने के लिए प्रेरित किया जाता है. 16 अक्टूबर को जेपी नड्डा और विनोद तावड़े ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सक्रिय सदस्यता दिलाई थी.

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्यता अभियान का दूसरा फेज 1 अक्टूबर 2024 से शुरू हुआ. इस दौरान अब तक पार्टी ने 10 करोड़ से ज्यादा सदस्य जोड़ लिए हैं. देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री और BJP के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) को मंगलवार को पार्टी का सक्रिय सदस्य बनाया गया. BJP के तीन नेता विनोद तावड़े, अरुण सिंह और शोभा कंरदलाजे ने 96 साल के आडवाणी को सक्रिय सदस्य बनाया. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), जेपी नड्डा भी सक्रिय सदस्यता ले चुके हैं. आइए जानते हैं कि 96 साल के लालकृष्ण आडवाणी को BJP का क्यों सक्रिय सदस्य बनाया गया है?

भारतीय जनता पार्टी (BJP) का सक्रिय सदस्यता का अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा. इसके तहत शीर्ष नेतृत्व से लेकर आम कार्यकर्ता को सक्रिय सदस्य बनने के लिए प्रेरित किया जाता है. 16 अक्टूबर को जेपी नड्डा और विनोद तावड़े ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सक्रिय सदस्यता दिलाई थी. आज BJP के तीन राष्ट्रीय महासचिव लाल कृष्ण आडवाणी के घर पहुंचे और उन्हें सक्रिय सदस्य बनाया.

राष्ट्रपति मुर्मू ने लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न प्रदान किया

क्यों बनते हैं सक्रिय सदस्य?
BJP के सक्रिय सदस्यता का अभियान एक ऐसा अभियान है, जिसमें ये दिखाया जाता है कि संबंधित सदस्य उम्र के किसी भी पड़ाव पर हो, वो पार्टी का एक सक्रिय सदस्य है. सक्रिय सदस्य बनने वाला अपने स्तर से 50 और लोगों को पार्टी का सदस्य बनाता है. 

कैसे बन सकते हैं सक्रिय सदस्य?
सक्रिय सदस्य पार्टी के लिए एक समर्पित सदस्य होता है. वह इसके बाद BJP के मंडल लेवल से लेकर जिला स्तर तक का कोई भी चुनाव लड़ सकता है. 100 रुपये का प्राथमिक शुल्क देकर कोई भी BJP का सक्रिय सदस्य बन सकता है. लेकिन 50 सदस्यों को जोड़ने के बाद ही आपको सक्रिय सदस्य माना जाएगा.

Latest and Breaking News on NDTV

आडवाणी को क्यों बनाया गया सक्रिय सदस्य?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों, गृहमंत्री अमित शाह हों या पूर्व उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी हों... ये सभी पार्टी के प्रभावशाली नेता हैं. जाहिर तौर पर अगर ये नेता किसी को सदस्यता दिलाने की कोशिश करेंगे, तो लोग उनके आकर्षण में खींचे चले आएंगे. इसलिए लाल कृष्ण आडवाणी को 96 साल की उम्र में भी BJP ने सक्रिय सदस्य बनाया है.

1980 में BJP के गठन के बाद से लाल कृष्ण आडवाणी BJP के एक सांगठनिक नेता के रूप में उभरे. उसके बाद वो उप-प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचे. आडवाणी लंबे समय तक BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे.

सियासत की दिलचस्प कहानी: जब लालू प्रसाद यादव को BJP ने बनवाया मुख्यमंत्री

जुलाई में भारत रत्न से हुए थे सम्मानित
इसी साल जुलाई में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल कृष्ण आडवाणी को उनके घर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया था. 2015 में आडवाणी को भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.

भारतीय जनता पार्टी का शिल्पकार
लालकृष्ण आडवाणी ने करीब तीन दशकों का संसदीय करियर देखा है. वो भारतीय जनता पार्टी को खड़ा करने और उसे राष्ट्रीय स्तर तक लाने वाले नेताओं में शामिल रहे. लालकृष्ण आडवाणी कभी पार्टी के कर्णधार कहे गए, कभी लौह पुरुष और कभी पार्टी का असली चेहरा. उन्हें भारतीय जनता पार्टी का शिल्पकार भी कहा जाता है.

लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत पर एम्स ने दिया क्या अपेडट? यहां जानिए


 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com