बिहार में NDA गठबंधन की सरकार में खींचतान का दौर जारी है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के बीच बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के बयान से जुड़ा है. उन्होंने जहानाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी बिहार के 200 सीटों पर अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए कार्यक्रम कर रही है तो उन्हें चाहिए कि 243 सीटों की तैयारी करे. हमे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. ललन सिंह ने कहा कि लोकतांत्रिक देश में हर संगठन को सभी सीटों पर जीत के लिए तैयारी करने का अधिकार है. उन्होंने अमित शाह और जेपी नड्डा से पटना में मुलाकात करेंगे या नहीं के सवाल पर कहा कि वो दोनों अपनी पार्टी के कार्यक्रम में आ रहे हैं. वो कार्यक्रम में शामिल होने के बाद जब दिल्ली जाएंगे तो वहां तो मुलाकात होती ही है. पत्रकारों से बात करते हुए ललन सिंह ने बीते दिनों आरसीपी सिंह को राज्य का नया सीएम बनाने को लेकर लगे नारों पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि देश 100 करोड़ से ज्यादा लोगों का है. ऐसे में अगर 100-200 लोग किसी के लिए खड़े होकर नारे लगा भी दें तो इससे होता क्या है. वैसे भी बिहार में सीएम पद पर कोई वैकेंसी तो है नहीं. जहां तक बात JDU की है तो नीतीश कुमार ही हमारे सीएम हैं और हमे उनपर गर्व है.
बता दें कि बीते कई महीनों से बिहार में बीजेपी और JDU के नेताओं के बीच आपसी बयानबाजी का दौर जारी है. दोोनों पार्टियों के बीच हो रही बयानबाजी को लेकर कुछ दिन पहले ही राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कड़ा एतराज जताया था. उन्होंने कहा था कि जिस तरह से बीते कुछ दिनों में बीजेपी और जेडीयू के नेता अग्निपथ, कानून-व्यवस्था, जातिगत जनगणना और शिक्षा व्यवस्था जैसे कई मुद्दों पर आपस में उलझते देखे गए हैं, इससे राज्य में माहौल खराब हो रहा है. ऐसा लग रहा है कि RJD-कांग्रेस से लड़ने के बजाय एनडीए के लोग आपस में भिड़े हुए हैं. उन्होंने कहा था कि किसी एक विभाग की सफलता या विफलता के लिए केवल उस विभाग का मंत्री ही जिम्मेदार नहीं होता है बल्कि यह जिम्मेदारी पूरी सरकार की होती है.
हालांकि, इस दौरान सुशील मोदी ने बिहार सरकार के काम की भी तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि बिहार सरकार बहुत बेहतर काम कर रही है. हमे इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम ऐसी कोई बयानबाजी ना करें जिससे की विपक्ष में बैठे RJD-कांग्रेस को मजबूत होने का मौका मिले. बता दें कि बिहार सरकार में शामिल बीजेपी और जेडीयू के बीच आपसी छींटाकशी कोई नई बात नहीं है. कुछ दिन पहले ही बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने एक फेसबुक पोस्ट लिखा था. उन्होंने इस पोस्ट में राज्य में केंद्रीय विद्यालय को मिलने वाली जमीन का जिक्र किया था. जायसवाल ने लिखा था कि बिहार के विभिन्न जिलों में केंद्रीय विद्यालय को जमीन मिल जाए इसके लिए नेता जी ने आंदोलन किया. शिक्षा मे सुधार हो, इसके लिए अपने सारे लोगों से हर जिले में धरना एवं प्रदर्शन कराया और अंततः नेताजी स्वयं सफल हो गए. हालांकि जासवाल ने इस पोस्ट में कहीं भी उपेंद्र कुशवाहा का जिक्र नहीं किया था.
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