- BJP ने नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है, जो नए अध्यक्ष बनने तक जिम्मेदारी संभालेंगे.
- नितिन नवीन बिहार सरकार में मंत्री हैं. वो पटना के बांकीपुर से पांच बार विधायक चुने गए हैं.
- नितिन नवीन बिहार के कायस्थ समाज से हैं और वर्तमान में बिहार मंत्रिमंडल में इस समाज के इकलौते मंत्री हैं.
Nitin Nabin BJP Working President: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव काफी समय से लंबित है. लेकिन अब लग रहा है कि जल्द ही बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा. रविवार को भारतीय जनता पार्टी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की घोषणा की है. नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने का मतलब है कि नए अध्यक्ष मिलने तक नितिन नवीन जेपी नड्डा की जिम्मेदारी संभालते नजर आएंगे. आम तौर पर जब चुनाव करीब होता है, तब कार्यकारी बनाए जाते हैं. यह चुनाव से पहले की एक अहम प्रक्रिया है. हालांकि नितिन नवीन को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाना, उनको मिली एक बड़ी जिम्मेदारी है. हालांकि बीजेपी में परंपरा है कार्यकारी अध्यक्ष ही पूर्णकालिक अध्यक्ष नियुक्त होते रहे है. नितिन नवीन अभी बिहार सरकार में मंत्री हैं. नितिन नबीन भाजपा के सबसे युवा अध्यक्षों में से एक हैं.
नितिन नवीन को पीएम मोदी ने दी बधाई
नितिन नवीन को बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने पर पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी है. पीएम मोदी ने लिखा- नितिन नवीन ने एक कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है. वे एक युवा और परिश्रमी नेता हैं, जिनके पास संगठन का अच्छा-खासा अनुभव है. बिहार में विधायक और मंत्री के रूप में उनका कार्य बहुत प्रभावी रहा है, साथ ही जनआकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उन्होंने पूरे समर्पण भाव से काम किया है. वे अपने विनम्र स्वभाव के साथ जमीन पर काम करने के लिए जाने जाते हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि उनकी ऊर्जा और प्रतिबद्धता आने वाले समय में हमारी पार्टी को और अधिक सशक्त बनाएगी. भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष बनने पर उन्हें हार्दिक बधाई.

कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने का मतलब समझिए
नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने का मतलब है कि वह नए अध्यक्ष का चुनाव होने तक पार्टी के कप्तान होंगे. नितिन नवीन बिहार में भाजपा कद्दावर नेता हैं. नितिन नवीन बिहार सरकार में पथ निर्माण और नगर विकास जैसे अहम विभाग के मंत्री हैं. वह पटना के बांकीपुर विधानसभा सीट से लगातार चुनाव जीतते हुए आ रहे हैं.

कौन हैं नितिन नवीन, जिन्हें BJP ने बनाया राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष
नितिन नवीन अभी बिहार सरकार में पथ निर्माण और नगर विकास मंत्री हैं. नितिन नवीन पटना के बांकीपुर सीट से 5 बार से विधानसभा चुनाव जीतते आए हैं. नितिन नवीन कायस्थ समाज से आते हैं. इस समय बिहार मंत्रिमंडल में कायस्थ समाज से वो इकलौते मंत्री हैं. उनके पिता नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा भी भाजपा के कद्दावर नेता थे. पिता के निधन के बाद नितिन नवीन उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं.
संगठन में हर स्तर पर किया है काम
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, यह नियुक्ति केवल एक संगठनात्मक बदलाव नहीं, बल्कि आने वाले समय में राष्ट्रीय राजनीति की दिशा तय करने वाला कदम माना जा रहा है. नितिन नवीन को बीजेपी में एक ऐसे नेता के तौर पर देखा जाता है, जिन्होंने संगठन के हर स्तर पर काम किया है. युवा मोर्चा से लेकर राज्य सरकार और अब राष्ट्रीय संगठन तक उनका सफर पार्टी के भीतर भरोसे का प्रतीक माना जाता है.
पार्टी के अंदर उन्हें एक डिसिप्लिन्ड ऑर्गनाइज़र, स्ट्रॉन्ग स्ट्रैटेजिस्ट और ग्राउंड कनेक्ट लीडर के रूप में जाना जाता है. यही वजह है कि जब पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर संगठन को और धार देने की जरूरत महसूस हुई, तो नेतृत्व की नजर नितिन नवीन पर जाकर ठहरी.
छत्तीसगढ़ में संगठन की जीत, राष्ट्रीय नेतृत्व का भरोसा
बीजेपी ने नितिन नवीन को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाकर एक अहम जिम्मेदारी सौंपी थी. वहां उन्होंने बूथ लेवल मैनेजमेंट, संगठन विस्तार और चुनावी तालमेल पर खास फोकस किया. परिणामस्वरूप छत्तीसगढ़ में पार्टी को बड़ी और निर्णायक जीत मिली. इस जीत के बाद यह साफ हो गया कि नितिन नवीन केवल बिहार तक सीमित नेता नहीं हैं, बल्कि वे राष्ट्रीय स्तर पर संगठन खड़ा करने की क्षमता रखते हैं.
कायस्थ समुदाय और सामाजिक संतुलन का संकेत
नितिन नवीन का संबंध कायस्थ समुदाय से है, जिसकी आबादी बिहार में करीब 0.60 प्रतिशत मानी जाती है. संख्या में कम होने के बावजूद यह समुदाय बीजेपी का विश्वसनीय और कोर वोटर रहा है. राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर बीजेपी ने एक तरफ जहां संगठनात्मक मजबूती का संदेश दिया है, वहीं दूसरी तरफ सामाजिक प्रतिनिधित्व और संतुलन का भी स्पष्ट संकेत दिया है.

- नितिन नवीन ने 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में नितिन नवीन आरजेडी प्रत्याशी रेखा कुमारी को 51,936 मतों से पराजित किया है.
- 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा को करीब 84 हजार मतों से चुनाव हराया था. इस बार फिर दबदबा कायम है.
- नितिन नवीन ने पहली बार 2006 में उपचुनाव लड़ा और जीत दर्ज की थी. पिता के निधन के बाद उन्होंने सियासी विरासत को संभाला है.
- इसके बाद 2010, 2015 और 2020 के बाद अब 2025 में भी जीत का परचम लहराया है. पहली बार 9 फरवरी 2021 को नीतीश सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें पथ निर्माण मंत्री बनने का मौका मिला था.
- दोबारा जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हुए तो 25 मार्च 2024 को नितिन नवीन को फिर से मंत्री बनाया गया.
उन्हें शहरी विकास एवं आवास विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी. 24 फरवरी 2025 को मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें फिर दोबारा पथ निर्माण मंत्री बना दिया गया.

युवा मोर्चा से राष्ट्रीय नेतृत्व तक
नितिन नवीन ने अपनी राजनीति की शुरुआत भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) से की. राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उन्होंने युवाओं को संगठन से जोड़ने का काम किया. यही अनुभव आगे चलकर उन्हें राज्य प्रभारी और अब कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद तक ले आया.
आने वाले चुनाव और राष्ट्रीय रणनीति
बीजेपी के अंदर यह नियुक्ति आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिहाज से बेहद अहम मानी जा रही है. अब नितिन नवीन की भूमिका केवल बिहार या किसी एक राज्य तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि वे देशभर में संगठनात्मक फैसलों, चुनावी तालमेल और रणनीति में निर्णायक भूमिका निभाएंगे. पार्टी नेतृत्व को भरोसा है कि नितिन नवीन की मैदान की समझ, प्रशासनिक अनुभव और रणनीतिक सोच बीजेपी को आने वाले चुनावों में और मजबूती देगी.
यह भी पढ़ें - BJP के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए नितिन नवीन, फिलहाल बिहार सरकार में हैं मंत्री
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं