कौन है बजरंग दल नेता मोनू मानेसर...? नूंह हिंसा और दो मुस्लिमों युवकों की हत्या मामले से चर्चा में आया

मोनू मानेसर इसी साल फरवरी में भिवानी में जली हुई कार में मृत पाए गए दो मुस्लिम व्यक्तियों के अपहरण और हत्या के मामले में आरोपी है.

कौन है बजरंग दल नेता मोनू मानेसर...? नूंह हिंसा और दो मुस्लिमों युवकों की हत्या मामले से चर्चा में आया

मोनू मानेसर (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

हरियाणा के नूंह जिले में जुलाई में हुई हिंसा एवं राजस्थान में दो मुस्लिमों की हत्या के मामले में आरोपी गोरक्षक मोनू मानेसर को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. राजस्थान पुलिस ने मोनू के खिलाफ फरवरी में दो मुस्लिमों की हत्या करने का मामला दर्ज किया था. इसके अलावा उस पर हरियाणा में सांप्रदायिक नफरत फैलाने का भी आरोप है.

क्या है नूंह हिंसा मामला

हरियाणा में गुरुग्राम के निकट नूंह में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हिंसा बजरंग दल नेता मोनू मानेसर की उपस्थिति की अफवाहें फैल जाने की वजह से भड़की थी, जो 2023 की शुरुआत में दो मुस्लिमों की हत्या में कथित भूमिका के लिए वांछित था. नूंह में सोमवार को दो गुटों के बीच हुई झड़प में दो होमगार्ड समेत चार लोगों की मौत हो गई और कम से कम 30 अन्य घायल हो गए. हिंसा और तनाव गुरुग्राम तक फैल गया था, जहां रातों-रात एक मस्जिद को जला दिया गया था.

मोनू मानेसर ने कथित तौर पर कुछ दिन पहले एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें दावा किया गया था कि वह नूंह धार्मिक जुलूस में शामिल होगा, और मोनू ने अपने समर्थकों से बड़ी संख्या में शिरकत करने की अपील की थी. बाद में कथित तौर पर मोनू को सोशल मीडिया पर दूर रहने की चेतावनी दी गई. मोनू मानेसर के हवाले से कहा कि उसने विश्व हिन्दू परिषद की सलाह पर सभा में भाग नहीं लिया, क्योंकि उन्हें डर था कि मोनू की उपस्थिति से तनाव पैदा हो सकता है.

नासिर-जुनैद हत्याकांड में आरोपी मोनू मानेसर

30-वर्षीय मोनू मानेसर इसी साल फरवरी में भिवानी में जली हुई कार में मृत पाए गए दो मुस्लिम व्यक्तियों के अपहरण और हत्या के आरोप के बाद से पुलिस से बचता रहा है. भिवानी में जली हुई कार में पशु व्यापारियों जुनैद और नासिर के जले हुए शव मिले थे. राजस्थान के भरतपुर में उनके परिवारों ने आरोप लगाया था कि उन्हें बजरंग दल के सदस्यों ने पीटा और मार डाला, हालांकि दल ने अपराध में किसी भी तरह की संलिप्तता से इंकार किया है. राजस्थान पुलिस के मुताबिक, वे कई बार मोनू मानेसर को गिरफ्तार करने के करीब पहुंचे थे, लेकिन सूचना लीक हो गई और वह भागने में सफल रहा.

कौन है मोनू मानेसर

मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव मेवात में एक गोरक्षक समूह का नेतृत्व करता है और गोरक्षकों के हमलों के वीडियो पोस्ट करने के लिए जाना जाता है. वह 'लव जिहाद' के खिलाफ अभियानों में भी सक्रिय है. आमतौर पर 'लव जेहाद' शब्द दक्षिणपंथियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें मुस्लिम पुरुषों पर हिन्दू महिलाओं को बहकाने और उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया जाता है.

कैसे सुर्खियों में आया मोनू मानेसर

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मोनू मानेसर पहली बार 2019 में सुर्खियों में आया था, जब कथित गोतस्करों का पीछा करते समय उन पर गोली चलाई गई थी. वह 2015 में गाय संरक्षण कानून लागू होने के बाद हरियाणा सरकार द्वारा गठित जिला गाय संरक्षण टास्क फोर्स के सदस्य भी था. मोनू मानेसर, जिसके यूट्यूब और फेसबुक पर हज़ारों फॉलोअर हैं, अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर हथियारों और कारों को दिखाते हुए अपनी तस्वीरें पोस्ट करता रहता था.