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This Article is From Apr 24, 2020

पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बयान का किया जिक्र तो महिला सरपंच ने कही ये बात

राष्ट्रीय पंचायत दिवस पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर के पंचायत सदस्यों से वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. उन्होंने कहा कि उनको विदेश के नेताओं से तो मिलने का अवसर मिलता ही रहता है लेकिन अब वह पंचायत के नेताओं से भी मिल रहे हैं.

पीएम मोदी ने आज देशभर के पंचायत सदस्यों के साथ बातचीत की है.

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय पंचायत दिवस पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर के पंचायत सदस्यों से वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. उन्होंने कहा कि उनको विदेश के नेताओं से तो मिलने का अवसर मिलता ही रहता है लेकिन अब वह पंचायत के नेताओं से भी मिल रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पंचायतें बड़ी भूमिका निभा रही हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कई पंचायतों से सदस्यों से सवाल-जवाब किया. उत्तर प्रदेश के बस्ती के एक गांव की सरपंच वर्षा से उन्होंने बातचीत में पूछा कि उनकी ओर से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में क्या कदम उठाए जा रहे हैं. इसके बाद पीएम मोदी ने पूछा कि जो केंद्र की ओर से जो योजनाएं चालू की गई हैं उनका लाभ सब लोगों तर पहुंच रहा है या नहीं. इसके बाद पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बयान जिक्र करते हुए पूछा कि पहले कहा जाता था कि दिल्ली से अगर 100 रुपया भेजा जाता है तो गांव तक सिर्फ 1 ही पैसा पहुंचता है, लेकिन अब लोगों के खातों में सीधा पैसा पहुंच रहा है तो इस पर क्या कहना है. उस सवाल पर सरपंच वर्षा ने जवाब दिया कि लोग सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों से काफी संतुष्ट हैं. 

कोरोना वायरस संकट से निपटने में ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की भूमिका की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना संकट का सबसे बड़ा संदेश और सबक यह है कि हमें आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा.  प्रधानमंत्री ने कहा, 'कोरोना महामारी ने हमारे लिए अनेक मुसीबतें पैदा की हैं, जिनकी हमने कभी कल्पना तक नहीं की थी। लेकिन इससे भी बड़ी बात ये है कि इस महामारी ने हमें नई शिक्षा और संदेश भी दिया है.' उन्होंने कहा, 'कोरोना संकट ने अपना सबसे बड़ा संदेश हमें दिया है कि हमें आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा.'

मोदी ने कहा कि अब यह देखना बहुत जरूरी हो गया है कि गांव अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए कैसे आत्मनिर्भर बनें, जिला अपने स्तर पर, राज्य अपने स्तर पर, और इसी तरह पूरा देश कैसे आत्मनिर्भर बने... अब ये बहुत आवश्यक हो गया है.  मोदी ने कहा कि कोरोना ने हम सभी के काम करने के तरीके को बहुत बदल दिया है.  प्रधानमंत्री ने कहा कि इस संकट में गांव देहात से प्ररेणादायी बातें सामने आयी हैं.

उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से कहा कि आप सभी ने दुनिया को मंत्र दिया है- ‘दो गज दूरी' का, या कहें ‘दो गज देह की दूरी' का. इस मंत्र के पालन पर गांवों में बहुत ध्यान दिया जा रहा है.  मोदी ने कहा कि इतना बड़ा संकट आया, इतनी बड़ी वैश्विक महामारी आई, लेकिन इन 2-3 महीनों में हमने ये भी देखा है भारत का नागरिक, सीमित संसाधनों के बीच, अनेक कठिनाइयों के सामने झुकने के बजाय उनसे टकरा रहा है.
 

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