- CM योगी ने कहा कि यूपी में पहले कोई निवेश नहीं करना चाहता था, लेकिन जमीनी स्तर पर काम कर निवेश बढ़ाया गया
- पिछले 8 वर्षों में UP ने 45 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव में से 15 लाख करोड़ रुपये का कार्यान्वयन किया है
- CM योगी ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए रोडशो कर निवेशकों को आकर्षित किया गया
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक समय उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए कोई नहीं आना चाहता था. लेकिन हमने जमीनी स्तर पर जाकर काम किया और यूपी में निवेश लेकर आए. एचटी समिट में सीएम योगी ने कहा कि यूपी में डबल इंजन की सरकार ने निवेश के मामले में मील का पत्थर स्थापित किया है. बीते 8 वर्षों में यूपी का परिवेश और परसेप्शन कैसे बदला है, ये इस बात का प्रमाण है कि हमें 45 लाख करोड़ के प्रस्ताव में से 15 लाख करोड़ के ग्राउंड ब्रेकिंग करवा चुके हैं. आज यूपी में अच्छा ढांचा है. अलग-अलग सेक्टर से जुड़ी पॉलिसी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया, 'जब हमने यूपी के जब हमने ब्लोबल इंवेस्टर समिट शुरू किया, तो हमारे अधिकारियों ने लक्ष्य सिर्फ 20 हजार करोड़ रुपये का रखा था. तब मैंने उनसे कहा था कि नाम ब्लोबल और इंवेस्टमेंट इतना छोटा. ये नहीं चलेगा, इस दिशा में काम करना पड़ेगा. अधिकारियों ने मुझसे पूछा कि इसके लिए क्या करें, तो मैंने कहा कि सड़क पर उतरेंगे और इंवेस्टर्स को लेकर आएंगे.'
पहले रोड शो में गए 2000 करोड़ का प्रस्ताव मिला
इंवेस्टमेंट के लिए रोड शो करने की यादों को ताजा करते हुए सीएम योगी ने बताया, 'अधिकारियों ने मुझसे पूछा कि कौन यूपी में निवेश करेगा, मैंने कहा कि यही तो तैयार करना है. पहले रोड शो में गए 2000 करोड़ का प्रस्ताव मिला. दूसरे में 5000 करोड़ का प्रस्ताव मिला. तीसरे में मैं गया उद्यमियों से मिले, तो कई ने हंसते हुए कहा कि साहब हमने यूपी से दूर रहने का फैसला किया है. इंवेस्टर समिट हमने बाद में किया उस रोड शो में हमें 2.5 लाख करोड़ का प्रस्ताव मिले. जब हमने इंवेस्टर समिट किया, तो हमें 5 लाख का इंवेस्टर का प्रस्ताव मिला. इन 8 वर्षों में यूपी का परिवेश और परसेप्शन कैसे बदला है.'
यूपी का बुलडोजर कल्चर अब बिहार में भी दिखाई दे रहा है. अपराधी भी यूपी में थर-थर कांपते हैं, क्योंकि कब एनकाउंटर हो जाए, पता नहीं. इसे लेकर योगी आदित्यनाथ कहते हैं, 'जो लोग व्यवस्था में बोझ बने हुए हैं उस बोझ से धरती माता को मुक्ति मिलनी चाहिए. और यह मुक्ति उनसे इस धरती के भी नहीं, बल्कि उनके स्वयं के बोझ से भी उन्हें मुक्ति मिल जाती है. इसलिए उनको बोझ से मुक्त किया जाता है. हमने कहा था न जीरो टोलरेंस, बेटी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया, तो अगले चौराहे पर कोई यमराज इंतजार कर रहा होगा. देश के अंदर हर व्यक्ति समय से न्याय चाहता है, जिस भी रास्ते से मिले, उसको मिलना चाहिए.
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