India-China clash: स्वदेशी जागरण मंच के नेशनल को-कन्वेनर अश्विनी महाजन ने आज NDTV से कहा कि ''युद्ध और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते. भारत सरकार को चीन के साथ सभी प्रकार के आर्थिक संबंध तोड़ने पर विचार करना चाहिए.''
अश्विनी महाजन ने कहा कि ''इम्पोर्ट, चीनी इनवेस्टमेंट, चीनी कम्पनियों को इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में कॉन्ट्रेक्ट नहीं दिए जाने चाहिए.'' उन्होंने कहा कि ''टिकटॉक को लेकर हमारे सिक्यूरिटी कन्सर्न्स हैं. चीनी ऐप्स का डाउनलोड बंद हो, सरकार किसी भी चीनी ऐप को अनुमति नहीं दे.''
स्वदेशी जागरण मंच के पदाधिकारी ने कहा कि ''अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्टर हरदीप पुरी से हमारा निवेदन है कि दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम प्रोजेक्ट चीनी कम्पनियों को नहीं दिया जाए. यह प्रोजेक्ट बहुत सेंसिटिव है.''
गौरतलब है कि लद्दाख में भारत चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हाल ही में दोनों सेनाओं के बीच हुई झड़प में भारतीय सेना के 20 जवानों की जानें चली गईं. चीनी सेना ने भारतीय क्षेत्र में जबरन घुसकर अपना अधिकार साबित करने की कोशिश की जिसके बाद यह झड़प हुई. इस घटना के बाद भारत में चीन का विरोध तेज होने लगा है.
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