अंतरराष्ट्रीय सोना तस्करी नेटवर्क का मास्टरमाइंड मुनियाद अली सालों से संयुक्त अरब अमीरात में छिपा बैठा था, जिसे इंटरपोल की मदद से आज भारत वापस (Gold Smuggler) लाया गया, जिसके बाद NIA ने जयपुर एयरपोर्ट से उसे अपनी कस्टडी में ले लिया. भारत उसे वापस लाने की कोशिश लंबे समय से कर रहा था. सीबीआई ने सोना तस्कर के भारत प्रत्यर्पण के लिए NIA और इंटरपोल नेशनल सेंट्रल ब्यूरो, अबू धाबी के साथ कॉर्डिनेट किया था. मुनियाद अली पर कथित तौर पर दूसरे आरोपियों के साथ मिलकर सऊदी अरब के रियाद से सोना की ईंटों की अवैध रूप भारत में तस्करी करने का आरोप है.
पकड़ा गया सोना तस्करी का सरगना
NIA ने साल 2020 में राजस्थान के जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मामला भी दर्ज किया था. मुनियाद पर अपने साथियों के साथ मिलकर भारत में सऊदी से सोना तस्करी करने का आरोप है. इस मामले में NIA ने साल 2021 में जयपुर के विशेष एनआईए कोर्ट में आरोप पत्र भी दायर किया था. वह गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आपराधिक साजिश रचने के मामले में वांछित है.
इटरपोल की मदद से भारत लाया गया सोना तस्कर
एनआईए की अपील पर सीबीआई ने सोना तस्कर को पकड़ने के लिए 13 सितंबर 2021 को इंटरपोल से रेड नोटिस जारी करवाया था. यह मामला संयुक्त अरब अमीरात से जुड़ा हुआ है. उसको 10 सितंबर 2024 को भारत लाया गया, जिसके बाद उसे जयपुर हवाई अड्डे से एनआईए की एक टीम ने उसे अपने कब्जे में ले लिया.
साल 2021 में आरोप पत्र, फिर भारत लाने की कोशिश
बता दें कि साल 2020 में जयपुर एयरपोर्ट पर तस्करी के 17 केस सामने आए थे, जिनमें 34 किलो सोना पकड़ा गया था. उस दौरान कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था. जिसके बाद मुनियाद अली के नाम का खुलासा हुआ था. जब से मुनियाद अली को भारत लाने की कोशिश की जा रही थी. अब भारत को इस मामले में बड़ी सफलता मिली है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं