नई दिल्ली:
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के काफिले को शुक्रवार को उन्हीं के संसदीय क्षेत्र अमेठी में लगभग 150 महिला प्रदर्शनकारियों ने रोक लिया, और उनकी कार को घेरकर वेतनवृद्धि की मांग करते हुए नारे लगाए.
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के रूप में काम करने वाली इन महिलाओं का कहना था कि वे राहुल गांधी से मिलना और अपनी मांग उन तक पहुंचाना चाहती थीं. राहुल गांधी देश में सबसे ज़्यादा विरोध झेलने वाले राजनेताओं में शुमार होते हैं, और प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने तुरंत ही हटा दिया था, ताकि काफिला आगे बढ़ सके.
बाद में राहुल गांधी ने इन महिलाओं से मुलाकात की, जिन्होंने अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी दिया.
शुक्रवार को कांग्रेस नेता की अपने संसदीय क्षेत्र की यात्रा का तीसरा और अंतिम दिन था, और उन्हें इसके अलावा भी विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा. कुछ गांववालों का आरोप था कि वे अरनी समस्याओं के बारे में बात करने के लिए अपने वीआईपी सांसद से मिल ही नहीं पाते.
वैसे, अमेठी का अक्सर दौरा नहीं करने को लेकर काफी समय तक विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रहे राहुल गांधी ने इस साल अपने संसदीय क्षेत्र के लगातार दौरे किए हैं.
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के रूप में काम करने वाली इन महिलाओं का कहना था कि वे राहुल गांधी से मिलना और अपनी मांग उन तक पहुंचाना चाहती थीं. राहुल गांधी देश में सबसे ज़्यादा विरोध झेलने वाले राजनेताओं में शुमार होते हैं, और प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने तुरंत ही हटा दिया था, ताकि काफिला आगे बढ़ सके.
बाद में राहुल गांधी ने इन महिलाओं से मुलाकात की, जिन्होंने अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी दिया.
शुक्रवार को कांग्रेस नेता की अपने संसदीय क्षेत्र की यात्रा का तीसरा और अंतिम दिन था, और उन्हें इसके अलावा भी विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा. कुछ गांववालों का आरोप था कि वे अरनी समस्याओं के बारे में बात करने के लिए अपने वीआईपी सांसद से मिल ही नहीं पाते.
वैसे, अमेठी का अक्सर दौरा नहीं करने को लेकर काफी समय तक विपक्षी पार्टियों के निशाने पर रहे राहुल गांधी ने इस साल अपने संसदीय क्षेत्र के लगातार दौरे किए हैं.
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