विज्ञापन
This Article is From Jul 02, 2023

अजित पवार का समर्थन कर रहे विधायकों की संख्या जानने के लिए इंतजार करें: जितेंद्र आव्हाड

अजित पवार के एक करीबी सहयोगी ने दावा किया कि उपमुख्यमंत्री को राकांपा के 53 में से 36 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और कुछ दिनों में यह संख्या बढ़कर 46 तक पहुंच सकती है. इस तरह के दावों के बारे में पूछे जाने पर, आव्हाड ने कहा, “जब तक शरद पवार अपने विधायकों को फोन करना शुरू नहीं कर देते, तब तक इंतजार करें.”

अजित पवार का समर्थन कर रहे विधायकों की संख्या जानने के लिए इंतजार करें: जितेंद्र आव्हाड

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा में नवनियुक्त नेता प्रतिपक्ष जितेंद्र आव्हाड ने रविवार को कहा कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार का समर्थन कर रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायकों की संख्या उस वक्त स्पष्ट होगी, जब पार्टी प्रमुख शरद पवार विधायकों से “बात करना” शुरू करेंगे. निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष अजित पवार के रविवार को एकनाथ शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री के तौर पर शामिल होने के बाद इस पद (नेता प्रतिपक्ष) पर नियुक्त किए गए. आव्हाड ने यह भी कहा कि कई विधायकों के परिवार के सदस्यों ने आज के घटनाक्रम पर अपना विरोध जताने के लिए पार्टी नेताओं को फोन किया है.

अजित पवार के एक करीबी सहयोगी ने दावा किया कि उपमुख्यमंत्री को राकांपा के 53 में से 36 विधायकों का समर्थन प्राप्त है और कुछ दिनों में यह संख्या बढ़कर 46 तक पहुंच सकती है. इस तरह के दावों के बारे में पूछे जाने पर, आव्हाड ने कहा, “जब तक शरद पवार अपने विधायकों को फोन करना शुरू नहीं कर देते, तब तक इंतजार करें.”

ठाणे जिले के मुमरा-कलवा से विधायक आव्हाड ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने (शिंदे ने) महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार में अजित पवार की भूमिका की नियमित रूप से आलोचना की थी, लेकिन अब उनसे हाथ मिला रहे हैं.

आव्हाड ने कहा, 'शिंदे ने यह शिकायत करते हुए बगावत की है वित्त मंत्री के रूप में अजित पवार ने (एमवीए नियम के तहत) शिवसेना विधायकों को पर्याप्त धनराशि नहीं दी. अब शिंदे, अजित पवार से हाथ मिला रहे हैं. लोग जानते हैं कि असल में यहां हो क्या रहा है.”

इससे पहले, आव्हाड ने कहा कि राकांपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने उन्हें पार्टी का मुख्य सचेतक (चीफ व्हीप) और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया है. राकांपा में टूट के बाद दलबदल और अयोग्यता संबंधी पहलुओं का जिक्र करते हुए आव्हाड ने कहा, “सभी विधायकों को मेरे व्हिप का पालन करना होगा.”

राकांपा के कुछ नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच और इनके (इन नेताओं के) पाला बदलने में इसकी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर आव्हाड ने कहा, 'मुझे इन नेताओं के राज्य सरकार में शामिल होने के फैसले के पीछे कोई अन्य कारण नहीं दिखता. ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं थी.”

आव्हाड ने कहा, 'इन नेताओं को यह नहीं भूलना चाहिए कि पार्टी ने पिछले 25 वर्षों में उन्हें मंत्री बनाया है. अब, वे अपने नेता (83 वर्षीय शरद पवार) को छोड़ कर जा रहे हैं.'

इसे भी पढ़ें :- 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com