BJP MLA ने अग्निपथ के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को 'जिहादी' बताया तो वरुण गांधी ने दिया ये जवाब

वरुण गांधी ने कहा कि कि किसान जब अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरें तो वो खालिस्तानी, युवा सेना में बहाली को लेकर सड़कों पर आये तो वे जेहादी.

BJP MLA ने अग्निपथ के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को 'जिहादी' बताया तो वरुण गांधी ने दिया ये जवाब

वरुण गांधी ने बिहार के बीजेपी विधायक को दिया जवाब

नई दिल्ली:

बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने अग्निपथ योजना (Agnipath scheme) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं को जिहादी बताया था. अब उनकी इस प्रतिक्रिया पर यूपी के पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कि किसान जब अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरें तो वो खालिस्तानी, युवा सेना में बहाली को लेकर सड़कों पर आये तो वे जेहादी. देशभक्त युवा मां भारती की सेवा का भाव मन में लिए दधीचि की तरह अपनी हड्डियां गलाता है तब जा कर फ़ौज में नौकरी पाता है. लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन सबका अधिकार. बता दें कि समोवार को ही बिहार में बीजेपी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने इस योजना (Agnipath scheme) का विरोध कर रहे युवाओं को जिहादी कहा था. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा था.

बचौल ने कहा था कि मैं तो साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि इस योजना (Agnipath scheme) से जिनको भी दिक्कत है वो या तो जेहादी है या फिर समीकरणवादी हैं. ये लोग समीकरण बनाकर सिर्फ राज्य में सरकार बनाना चाहते हैं. जो युवा है जिसके शरीर में जज्बा है कुछ करने की. देश के लिए मर मिटने की, वो सारे युवा खुश हैं. राज्य में हिंसा जानबूझकर कर कराई जा रही है. ये सेना का नौकरी नहीं है, देश सेवा है. जिसमे हिम्मत है वो ही इस सेवा में जाएगा. देशभक्ति सस्ती चीज नहीं है. शपथ ही लिया जाता है कि हम मरेंगे. लेकिन जो लोग सुख सुविधा खोज रहे हैं, सेना ऐसे लोगों के लिए नहीं है. बचौल ने कहा कि कई देश ऐसी योजना चला रहे हैं. मिथिला यूनिवर्सिटी में तो छह साल में बीए कराया जाता है और हम चार साल के लिए नौकरी दे रहे हैं. ये मुद्दा बहस का है लेकिन लोग बस जला रहे हैं. हमारे नेताओं के घर पर हमला हो रहा है. मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि निश्चित रूप से युवाओं को गुमराह किया जा रहा है. 

गौरतलब है कि ‘अग्निपथ' योजना (Agnipath scheme) के खिलाफ बीते कुछ दिनों में बिहार में हिंसक विरोध प्रदर्शन की घटनाओं में कमी आई है. उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी रही और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं. पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार राज्य में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा और आगजनी के सिलसिले में अब तक कुल मिलाकर 804 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

विरोध प्रदर्शनों के संबंध में दर्ज प्राथमिकी की संख्या 145 है और असामाजिक गतिविधियों में शामिल होने या संलिप्त होने के संदेह वाले व्यक्तियों का पता लगाने का अभियान जारी रहा.

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पुलिस मुख्यालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्य के 38 में से 17 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं और कुछ स्थानों पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती जारी है.