विज्ञापन
This Article is From May 14, 2021

भारत में वैक्सीन कोरोना के वैरिएंट से निपटने में सक्षम, लेकिन प्रभावशीलता घटेगी :  विशेषज्ञ

कोरोना का B.1.617 वैरिएंट अब तक 17 देशों में मिल चुका है. माना जाता है कि भारत में कोरोना की विनाशकारी लहर के पीछे वायरस का यही वैरिएंट (स्वरूप) जिम्मेदार है.

भारत में वैक्सीन कोरोना के वैरिएंट से निपटने में सक्षम, लेकिन प्रभावशीलता घटेगी :  विशेषज्ञ
Coronavirus Cases Today India : 17 देशों में मिल चुका है खतरनाक वैरिएंट B.1.617
नई दिल्ली:

भारत में कोरोना के खिलाफ इस्तेमाल की जा रहीं वैक्सीन, वायरस के तमाम वैरिएंट का मुकाबला करने में सक्षम हैं, लेकिन इसकी प्रभावशीलता कम रहेगी. यह बात genomics में देश के एक शीर्ष विशेषज्ञ ने कही है. गौरतलब है कि कोरोना का B.1.617 वैरिएंट अब तक 17 देशों में मिल चुका है. माना जाता है कि भारत में कोरोना की विनाशकारी लहर के पीछे वायरस का यही वैरिएंट (स्वरूप) जिम्मेदार है. डायरेक्‍टर ऑफ द CSIR इंस्‍टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्‍स एंड इंटीग्रेटिवक बॉयोलॉजी, डॉ. अनुराग अग्रवाल ने NDTV को बताया, 'ब्रिटेन में कराए गए एक अध्‍ययन के अनुसार, इन वेरिएंट्स के पहले, एक शख्‍स को छह माह में 80 फीसदी तक सुरक्षा (Protection) मिली थी लेकिन सामान्‍य वायरस से भी आपको संक्रमण हो सकता है. जरूरी नहीं कि यह कोई वेरिएंट हो.'

स्पूतनिक लाइट हो सकती है भारत में पहली सिंगल डोज कोरोना वैक्सीन, जून में बातचीत : सूत्र

उन्‍होंने कहा, 'इसी तरह कोवैक्‍सीन और कोविशील्‍ड वैक्‍सीन को लेकर जब स्‍टडी की गई थी तो प्रभावशीलता (Efficacy) 76 और 80 फीसदी दर्ज की गई थी इस‍के मायने यह है कि इन वेरिएंट से पहले भी, वैक्‍सीन लगने के बाद इस बात के 20 फीसदी चांस हैं कि आपको कोरोना हो जाए.' डॉ. अग्रवाल ने इसके साथ ही कहा, 'नए वेरिएंट के मामले में कहा जा सकता है कि 80 फीसदी वाली प्रभावशीलता (Efficacy) हो सकता है कि 70 फीसदी तक पहुंच जाए और 76 फीसदी वाली प्रभावशीलता (Efficacy) 65 फीसदी तक पहुंच सकती है. मतलब साफ है कि प्रभावशीलता कम हो सकती है. हालांकि बीमारी का किस पर कितना असर होता है, यह अलग मुद्दा है.'  

हमारे सामने अदृश्य बहरुपिया दुश्मन, कोरोना पीड़ितों का दर्द महसूस कर सकता हूं : पीएम 

B.1.617 वेरिएंट अब तक 17 देशों में रिपोर्ट किया जा चुका है और यह दो प्रमुख म्‍यूटेशंस से मिलकर बना है. डॉ. अग्रवाल ने कहा, 'यहां तक कि नए वेरिएंट के साथ भी सामान्‍य व्‍यक्ति के रिकवर होने के अच्‍छे चांस हैं. हमने यह महाराष्‍ट्र में देखा है. बहुत सारे लोगों के प्रभावित होने की स्थिति में अगर किसी को समय पर मेडिकल सुविधाएं मिल जाती है तो वह रिकवर हो जाएंगे लेकिन बहुत सारे लोगों के प्रभावित होने की स्थिति में स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित होती हैं, ऐसे में खतरा बढ़ जाता है.'गौरतलब है कि देश इस समय कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 3,62,727 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि इस दौरान 4120 लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही कुल सक्रिय मामलों की संख्या 3710525 हो गई है. पिछले 24 घंटे में 355181 लोग कोरोना वायरस से ठीक हुए हैं. वहीं, इस दौरान 18,64,594 का कोरोना टेस्ट हुआ था. इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट 19.45% पहुंच गई है. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: