उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है. भारी बारिश के कारण पिछले 24 घंटो में 60 से ज्यादा सड़के बंद हो गई हैं. जबकि कई सड़कें जलमग्न हो गईं हैं. पहाड़ी राज्य में बारिश और कई स्थानों पर भूस्खलन से आम जनजीवन प्रभावित रहा जबकि बद्रीनाथ जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग सहित प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गईं.
मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार भारी बारिश के चलते आम जनता को सतर्क रहने की जरूरत है.
मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस दौरान नदी-नालों के आसपास जाने से बचने. उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि अगर बहुत जरूरी हो तभी यात्रा करें, अन्यथा सुरक्षित स्थान पर ही रहें, ताकि जान-माल का नुकसान ना हो.
बीते कई दिनों से प्रदेश में हो रही भारी बारिश के बाद भूस्खलन के साथ-साथ नदी-नाले उफान पर हैं.
मौसम विभाग ने 5 और 6 जुलाई के लिए प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश का 'रेड अल'र्ट जारी किया है. कुमाऊं के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश का रेड अलर्ट है.
गढ़वाल के अधिकांश हिस्सों में भी भारी बारिश को लेकर 24 से 48 घंटे तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
उत्तराखंड में राज्य आपात अभियान केंद्र ने बताया कि भूस्खलन के कारण 88 ग्रामीण सड़कें, दो सीमा सड़कें, एक राज्य राजमार्ग और बदरीनाथ मंदिर की ओर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है.
केंद्र के मुताबिक भूस्खलन की वजह से ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग लामबगड़ में अवरुद्ध हो गया है. देहरादून में लगातार रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश के कारण कई सड़कें जलमग्न हो गईं हैं.
देहरादून में बारिश के पानी से भरे गड्ढे में पांच साल का बच्चा डूब गया जबकि हरिद्वार में एक किशोर की नाला में डूबने से मौत हो गई.
इसी तरह से पिछले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई जिससे 64 सड़कें बंद हो गईं.
क्षेत्रीय मौसम कार्यालय ने अगले 24 घंटों में कांगड़ा, कुल्लू, किन्नौर, मंडी, सिरमौर और शिमला जिलों के कुछ इलाकों में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी दी है.