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भारतीय छात्रों को फिक्र करने की जरूरत नहीं... अमेरिका के वीजा फैसले पर जानिए क्या बोले एक्सपर्ट विरल दोशी

जब से ट्रंप प्रशासन द्वारा विदेशी छात्रों के वीजा इंटरव्यू (US Student Visa) पर अस्थायी रोक लगाने की खबर सामने आई है, वहां के कॉलेजों में दाखिला लेने के लिए अप्लाई करने वाले भारतीय छात्र डरे हुए हैं. क्या उनको वाकई डरने की जरूरत है, एक्सपर्ट से जानिए.

भारतीय छात्रों को फिक्र करने की जरूरत नहीं... अमेरिका के वीजा फैसले पर जानिए क्या बोले एक्सपर्ट विरल दोशी
US के अंतरराष्ट्रीय छात्र वीजा इंटरव्यू पर रोक पर एक्सपर्ट की राय.
नई दिल्ली:

अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए नए वीजा इंटरव्यू अस्थायी रूप से रोके (International Student Visa Interview) तो वे लोग चिंता में आ गए, जिन्होंने वहां की यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में अप्लाई किया है. अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि ये फैसला सोशल मीडिया गतिविधियों की कड़ी जांच की तैयारी के तहत लिया गया है. क्या वाकई छात्रों को ट्रंप के इस फैसले से डरने की जरूरत है, एजुकेशन कंसल्टेंट एंड मेंटर विरल दोशी से समझिए. 

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भारतीय छात्र चिंता न करें

विरल दोशी ने NDTV से खास बातचीत में कहा, 'अमेरिका ये कर ही क्यों रहा है. मैंने अपने पिछले 30 सालों में कभी भी भारतीय छात्रों को सोशल मीडिया या फिर कॉलेजों में पॉलिटिकल एक्टिविटीज में शामिल होते नहीं देखा. इसीलिए मुझे नहीं लगता कि अमेरिका के इस फैसले से भारतीय छात्रों को चिंता करने की जरूरत है. कुछ मौकों पर ही ऐसा हुआ है जब कुछ पोस्ट ग्रैजुएट छात्र पॉलिटिकल एक्टिविटीज में शामिल पाए गए, लेकिन ऐसे कुछ गिने-चुने ही मामले हैं.'

भारतीय छात्र ये सब नहीं करते

विरल दोशी ने कहा कि उनको नहीं लगता कि अमेरिका में पढ़ने गए भारतीय छात्र सोशल मीडिया पर इस तरह की घटनाओं में शामिल होते हैं, इसीलिए उनके लिए चिंता की कोई बात नहीं है.

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छात्र पॉलिटिकल एक्टिविज्म में न पड़ें

क्या अमेरिका का ये फैसला छात्रों की गोपनीयता और उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अनुभवों को प्रभावित करेगा, क्यों कि युवा छात्र सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्सप्रेसिव हो सकते हैं? इस सवाल के जवाब में विरल दोषी ने कहा कि गोपनीयता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तो ठीक है लेकिन अगर कुछ बदलाव हो रहे हैं तो उन नियमों का पालन किया जाना चाहिए. उन्होंने छात्रों को गाइड करते हुए कहा कि अमेरिका में पढ़ाई और रिसर्च के लिए जरूर जाएं लेकिन पॉलिटिकल एक्टिविज्म में न पड़ें. फिर कोई भी परेशानी नहीं है. छात्र अगर इन सब चीजों से दूर रहेंगे तो वह पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे. उन्होंने कहा कि अमेरिका एक बहुत अच्छा देश है. सिर्फ दो छोटे शब्दों पॉलिटिकल एक्टिवज्म को छोड़ दीजिए फिर कोई दिक्कत ही नहीं है. 

अमेरिका को भी अच्छे छात्रों की जरूरत

अमेरिकी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए अप्लाई करने वाले छात्रों और उनके माता-पिता को सलाह देते हुए विरल दोशी ने कहा कि शांत रहें और धैर्य रखें. इससे सब सॉल्व हो जाएगा. जिस तरह से आप वहां अच्छी यूनिवर्सिटी में जाना चाहते वैसे ही अमेरिकी कॉलेजों को भी अच्छे छात्र चाहिए. उन्होंने कहा कि जून-जुलाई के बीच जैसे ही सोशल मीडिया पर पॉलिसी आ जाएगी इस साल अप्लाई करने वाले छात्रों को इंटरव्यू कॉल आना शुरू हो जाएंगे. इसीलिए छात्रों को चिंता करने की जरूरत नहीं है.

यूनिवर्सिटी से इंटरव्यू कॉल जरूर आएगा

वह इस बात को भी मानते हैं कि एक अभिभावक के तौर पर इस खबर से उनको भी चिंता होती. लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है. उन्होंने कहा कि जब से अमेरिकी छात्र वीजा को लेकर खबरें आई हैं, तब से उनको बहुत से कॉल आ रहे हैं. उनको नहीं लगता कि पॉलिसी लागू होने के बाद सितंबर तक किसी भी छात्र को इंटरव्यू कॉल से वंचित रखा जाएगा. आशावादी रहने की जरूरत है.

अमेरिका ने क्यों लगाई छात्र वीजा इंटरव्यू पर रोक?

बता दें कि अमेरिकी विदेश विभाग ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए नए वीजा इंटरव्यू अस्थायी रूप से रोक दिए हैं. यह फैसला सोशल मीडिया गतिविधियों की कड़ी जांच की तैयारी के तहत लिया गया है. आदेश में कहा गया है कि विस्तृत दिशा-निर्देश जब तक जारी नहीं होते, तब तक अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावास नए छात्र (F), व्यावसायिक (M) और एक्सचेंज विजिटर (J) वीजा इंटरव्यू की नई अपॉइंटमेंट्स नहीं लेंगे.हालांकि, जिन आवेदकों के इंटरव्यू पहले से निर्धारित हैं, वे यथावत जारी रहेंगे. 

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