नई दिल्ली के लुटियन्स जोन्स में बने 27 सफदरजंग रोड के सरकारी बंगले पर एक केंद्रीय मंत्री और एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के बीच किचकिच होने की खबर है. यह बंगला पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhariyal Nishank) को बतौर शिक्षा मंत्री आवंटित था. अब वो केंद्र सरकार में मंत्री नहीं हैं.
बरसों से यह बंगला सिंधिया परिवार के पास रहा है. कांग्रेस सरकार के जमाने में इस बंगले में माधवराव सिंधिया और बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया रहते रहे हैं. कैबिनेट मंत्री बनने के बाद सिंधिया दोबारा इस बंगले में आना चाहते हैं लेकिन खबर छपी कि निशंक इसे छोड़ने को तैयार नहीं हैं.
यह टाइप आठ का बंगला है जो केवल कैबिनेट मंत्रियों को मिलता है. यह राज्य सभा सांसदों को नहीं मिल सकता है. सरकार ने इन खबरों को गलत बताया कि निशंक इस बंगले में रहना चाहते हैं. निशंक पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं और पूर्व मुख्यमंत्रियों, पूर्व राज्यपालों, पूर्व कैबिनेट मंत्रियों, लोक सभा के पूर्व स्पीकर और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जजों को केवल टाइप सात बंगला ही मिल सकता है और वह भी उपलब्ध होने पर.
मोदी कैबिनेट में फेरबदल व विस्तार के बाद नयी मंत्रिपरिषद की औसत उम्र 61 वर्ष से घटकर 58 वर्ष हुई
बता दें कि रमेश पोखरियाल निशंक हरिद्वार से बीजेपी के लोकसभा सांसद हैं. वह मोदी सरकार-2 में शिक्षा मंत्री थे लेकिन हाल ही में हुए मंत्रिपरिषद फेरबदल में स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं