यूपी के गाजियाबाद पुलिस की एक शर्मनाक करतूत का खुलासा हुआ है. शहर के साई उपवन घूमने आई एक लड़की और उसके मंगेतर का पुलिस वालों ने सेक्सुअल हैरेसमेंट किया. पुलिस वाले पीड़ित लड़की से बार-बार अवैध संबंध बनाने का दबाव बनाते रहे. इस दौरान उसका मंगेतर गिड़गिड़ाता रहा लेकिन पुलिस वालों का दिल नहीं पसीजा.
इतना ही नहीं, पुलिस ने लड़की और उसके मंगेतर को जेल भेजने की धमकी देकर उनसे एक हजार रुपया पेटीएम करा लिया.
पुलिस वसूली के बाद रात में लड़की और उसके मंगेतर को छोड़ा
पुलिस ने पैसे की वसूली के बाद रात में लड़की और उसके मंगेतर को छोड़ दिया. इसके बाद लड़की और मंगेतर 10 दिन तक अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए इधर-उधर भटकते रहे. तब जाकर एफआईआर दर्ज हुई. लेकिन अभी तक आरोपी पुलिस वालों को गिरफ्तार नही किया गया है.
पिंक चौकियों पर भी खड़े हुए सवाल
इसके लेकर सवाल तो पिंक चौकियों पर भी खड़े हुए हैं. यह घटना 16 तारीख़ की है. 22 तारीख को आरोपी घर पहुँच गया और मुकदमा 28 तारीख को दर्ज हुआ है. लेकिन सवाल ये है कि जो मिनटों में सहायता पहुँचने का दावा कर रहे थे उन्होंने महिला संबंधी अपराध में FIR दर्ज करने में में 12 दिन कैसे लगा दिए.
ग्रेटर नोएडा की रहने वाली है पीड़ित युवती
बता दें कि पीड़ित युवती ग्रेटर नोएडा की रहने वाली है. वहीं, उसका बुलंदशहर का रहने वाला है. ये दोनों साई उपवन घूमने गए थे. जहां दिन में 12:00 बजे 112 पीआरबी पर तैनात एक होमगार्ड और एक कांस्टेबल, जिनक नाम राकेश और दिगंबर है, पहुंच गए. इसके अलावा उनके साथ एक सादी वर्दी में भी एक शख्स था. इसके बाद पुलिसवालों ने इस तरह की शर्मनाक हरकत को अंजाम दिया.
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