पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) पर हमले की केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू (Ravneet Singh Bittu) ने कड़ी निंदा की है. साथ ही उन्होंने इस हमले को लेकर कहा कि शिरोमणि अकाली दल को नारायण सिंह चौड़ा का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने जत्थेदार साहिबों से अपील की कि वे अकाल तख्त साहिब के बगल में बने म्यूजियम में नारायण सिंह चौड़ा की तस्वीर लगाकर उन्हें सम्मानित करें.
बिट्टू ने कहा कि सुखबीर सिंह बादल पर यह हमला तब हुआ जब उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की. उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल ने खुद बेअदबी की बात स्वीकार की तो नारायण सिंह चौड़ा ने भावुक होकर उन पर गोली चला दी, जो उनसे चूक गई और दीवार में जा लगी.
बिट्टू ने कहा कि नारायण सिंह चौड़ा 'राष्ट्र के रत्न' हैं और उनके जैसे व्यक्ति की तस्वीरें अकाल तख्त साहिब से जुड़े म्यूजियम में लगाई जाएं. रवनीत सिंह बिट्टू ने तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह बेअंत सिंह के हत्यारे को बिक्रम सिंह मजीठिया को गले लगा चुके हैं, उसी तरह अब नारायण सिंह चौड़ा को भी गले लगाना चाहिए.
SGPC उठाए मामले का खर्च : बिट्टू
बिट्टू ने कहा कि नारायण सिंह चौड़ा ने गुरु की भावना से सुखबीर सिंह बादल पर पर गोली चलाई है. इसलिए उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया जाना चाहिए और यदि दर्ज भी है तो एसजीपीसी को मामले का सारा खर्च अदा कर चौड़ा को बरी करवाना चाहिए.
स्वर्ण मंदिर के बाहर हुआ था हमला
गौरतलब है कि स्वर्ण मंदिर में अपने प्रायश्चित के दूसरे दिन चार दिसंबर को पूर्व आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने उन पर गोली चला दी थी, जिसमें बादल बाल-बाल बच गए. सादे कपड़ों में मौजूद पुलिसकर्मियों ने आरोपी को पकड़ लिया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया. हमले के वक्त बादल स्वर्ण मंदिर के गेट के पास सेवा दे रहे थे. बादल सिखों की सर्वोच्च संस्था अकाल तख्त द्वारा सुनाई गई धार्मिक सजा काट रहे हैं. यह सजा पंजाब में 2007 से 2017 तक शिरोमणि अकाली दल और उसकी सरकार द्वारा की गई 'गलतियों' के लिए दी गई है.
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