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This Article is From Feb 27, 2024

"उनकी बहुत याद आती है..." : मम्मी-पापा के ट्रांसफर के लिए जुड़वा बहनों ने ड्राइंग बनाकर PM को लिखा खत

बच्चों को अपने माता-पिता का साथ चाहिए, इसीलिए दोनों बहनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रार्थना पत्र लिखकर माता-पिता का जयपुर में तबादला करने की गुहार लगाई है.

"उनकी बहुत याद आती है..." : मम्मी-पापा के ट्रांसफर के लिए जुड़वा बहनों ने ड्राइंग बनाकर PM को लिखा खत
दौसा (राजस्थान) :

राजस्थान के दौसा जिले में रहने वाली जुड़वा बहनें अर्चिता और अर्चना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक मार्मिक खत लिखा है. दोनों बहनों ने पीएम को लिखे प्रार्थना पत्र में एक स्केच भी बनाया है और उसके जरिए अपना दर्द जताने की कोशिश की है. इनका कहना है कि इनके माता-पिता दोनों सरकारी नौकरी में हैं, लेकिन दोनों की अलग-अलग शहरों में पोस्टिंग है. इस वजह से ये उनके साथ नहीं रह पातीं और अपने माता-पिता को बहुत याद करती है.

अर्चिता और अर्चना के पापा AAO हैं और मम्मी अध्यापिका हैं. दोनों बेटियों के साथ रहकर इनको अच्छी शिक्षा देने के लिए माता-पिता ने कुछ साल पहले जयपुर में एक फ्लैट खरीदा था, लेकिन तबादला हो जाने की वजह से परिवार के सभी लोग अलग-अलग रहने लगे. चारों सदस्य का एक दूसरे से मिल पाना भी मुश्किल हो गया. अर्चित और अर्चना अब माता-पिता से अलग अपनी चाची के पास बांदीकुई में रहकर पढ़ाई कर रही है. दोनों कक्षा सात की छात्राएं हैं.

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दोनों बच्चों के पापा चौहटन में नौकरी करते हैं, तो वहीं मम्मी का जॉब समदड़ी में है. ये दोनों भी एक दूसरे से 130 किलोमीटर दूर रहते हैं. ऐसे में अर्चिता और अर्चना का एक साथ पापा-मम्मी से मिलना मुश्किल से हो पता है. इस कम उम्र में जब इन बच्चों को अपने माता-पिता का साथ चाहिए, ऐसे समय में इन्हें दूर रहने को मजबूर होना पड़ता है. इसी वजह से दोनों बहनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रार्थना पत्र लिखकर माता-पिता का जयपुर में तबादला करने की गुहार लगाई है.

अर्चिता और अर्चना ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी
दोनों बहनों ने लिखा, "मेरा नाम अर्चिता है और मेरी बहन का नाम अर्चना है. हम दोनों की आयु 12 वर्ष है. हम दोनों दिल्ली पब्लिक स्कूल, बांदीकुई में कक्षा 7 की छात्रा हैं. हम दोनों अपने चाचा-चाची के साथ रहते हैं. हमारे पिताजी का नाम देवपाल मीना तथा माताजी का नाम श्रीमती हेमलता कुमारी मीना है. हमारे पिताजी पंचायत समिति चौहटन में सहायक लेखाधिकारी के पद पर काम करते हैं तथा हमारी माताजी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, देवडा ब्लॉक, समदडी (बालोतरा) में अध्यापिका (लेवल-2, विषय-हिन्दी) के पद पर काम करती हैं. हम दोनों बहनों को अपने माता-पिता की बहुत याद आती है तथा उनके बिना हमारा पढ़ाई करने का भी मन नहीं करता. हम दोनों चाहते हैं कि हमारे माता-पिता का स्थानांतरण जयपुर (राज.) में हो जाए और हम भी जयपुर अपने माता-पिता के साथ रहना चाहते हैं और वहां पढ़ाई करना चाहते हैं. हमने आपके कई अभियान जैसे - 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ', 'सुकन्या समृद्धि योजना' आदि सुने और देखे हैं और हमें उनसे बहुत प्रेरणा मिली है. हमें भी हमारे माता-पिता के साथ रहना है और उनका नाम रोशन करना है. कृपया आप हमारे माता-पिता का स्थानांतरण जगतपुरा जयपुर करा दीजिए. हम आपके अत्यंत आभारी रहेंगे."

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दोनों बहनों ने इसके साथ ही अपने परिवार की एक तस्वीर भी बनाई है जो दर्शाता है कि कैसे पूरा परिवार घर से दूर अलग-अलग रह रहा है. अर्चिता और अर्चना की चिट्ठी अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है.

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