राजनीति के लिए सिविल सेवा छोड़ने वाले कश्मीरी आईएएस टॉपर शाह फैसल को बुधवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया.अधिकारियों ने बताया कि फै़सल इस्तांबुल जाने वाले थे. उन्हें वापस श्रीनगर भेजा दिया गया है, जहां उन्हें सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत घर में नजरबंद रखा गया है. जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के सरकार के कदम के बारे में शाह फैसल की सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना हुई थी.
मंगलवार को उन्होंने ट्विटर पर चेतावनी दी थी कि कश्मीर को "राजनीतिक अधिकारों की बहाली के लिए एक अहिंसक राजनीतिक जन आंदोलन की जरूरत है." उन्होंने ट्वीट किया, "कश्मीर को राजनीतिक अधिकारों की बहाली के लिए एक लंबे, निरंतर, अहिंसक राजनीतिक जन आंदोलन की आवश्यकता होगी. धारा 370 को समाप्त करने से मुख्यधारा खत्म हो गई है. संविधानवादी चले गए हैं. इसलिए आप या तो एक कट्टरपंथी हो सकते हैं या अलगाववादी." पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें
जम्मू कश्मीर: ADG मुनीर खान ने बताया, आर्टिकल 370 हटने के बाद कैसे हैं हालात?
जम्मू कश्मीर के हालात को लेकर एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) मुनीर खान ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. इसमें उन्होंने बताया बताया कि जम्मू में लगाए गए प्रतिबंधों को पूरी तरह हटा लिया गया है लेकिन कश्मीर में कुछ स्थानों पर कुछ वक्त तक पाबंदियां लागू रहेंगी. अतिरिक्त महानिदेशक मुनीर खान ने बताया कि जम्मू कश्मीर में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी को भी कोई बड़ी चोट नहीं आयी है. उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "जम्मू में लगाई गई पाबंदियां पूरी तरह हटा ली गई हैं. कश्मीर के कुछ स्थानों पर कुछ समय तक ये जारी रहेंगी." उन्होंने बताया कि कुछ ही लोगों को पैलेट की वजह से कुछ जख्म हुए हैं जिनका इलाज किया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि साल 2010 और 2016 के कुछ वीडियो वायरल कर लोगों की भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया जा रहा है. पुलिस इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है. इससे पहले जम्मू कश्मीर के प्रिंसिपल सेक्रेटरी समाज कल्याण रोहित कंसल ने कहा था कि लोगों की जान बचाने के लिए ही एक हद तक पाबंदी है. नागरिकों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है.
राजनीतिक रूप से संवदेनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले की सुनवाई कर रहे सुप्रीम कोर्ट में छठे दिन बुधवार को राम लला विराजमान के वकील ने कहा कि हिंदुओं का विश्वास है कि अयोध्या (Ayodhya) भगवान राम का जन्म स्थान है और कोर्ट को इसके तर्कसंगत होने की जांच के लिए इसके आगे नहीं जाना चाहिए. राम लला विराजमान की ओर से सीनियर एडवोकेट सी एस वैद्यनाथन ने चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ के आगे दलीलें पेश कीं.
पीठ के सदस्यों में जस्टिस एस ए बोबड़े, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस ए नजीर भी शामिल हैं. वैद्यनाथन ने पीठ से कहा, "हिंदुओं का विश्वास है कि अयोध्या भगवान राम का जन्म स्थान है और कोर्ट को इसके आगे जाकर यह नहीं देखना चाहिए कि यह कितना तार्किक है."
जाह्नवी कपूर को ऐसे पड़ी पैसों की जरूरत, ड्राइवर से मांगना पड़ा उधार- देखें Video
बॉलीवुड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर (Janhvi Kapoor) का एक शानदार वीडियो सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है. इस वीडियो में श्रीदेवी और बोनी कपूर की बिटिया जाह्नवी कपूर (Janhvi Kapoor) का बहुत ही अलग अंदाज देखने को मिल रहा है. जाह्नवी कपूर के इस वीडियो को देखकर फैन्स उनकी खूब तारीफ कर रहे हैं.
जाह्नवी कपूर (Janhvi Kapoor Video) इस वीडियो में मुबंई में नजर आ रही हैं और उनके पीछे एक गरीब बच्चा नजर आ रहा है. वह बच्चा जाह्नवी कपूर से मदद मांगता है तो जाह्नवी कपूर (Janhvi Kapoor) बहुत ही विनम्रता के साथ उस बच्चे से कहती हैं कि उनके पास पैसे नहीं है.
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