विपक्ष की बैठक से आखिर क्यों जल्दी निकल गए थे नीतीश कुमार? 'नाराजगी' पर दिया ये जवाब

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, "विपक्ष में हम लोग एकजुट हैं. मिलजुल कर फैसला लिया गया है. आगे भी ऐसे ही रणनीति तय होगी. विपक्ष में कोई मतभेद नहीं है."

पटना:

लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Elections 2024)को लेकर विपक्ष और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) अपने ताकत मजबूत करने में जुटे हैं. 18 जुलाई को एक तरफ बेंगलुरु में विपक्षी एकता (Opposition Meeting) की बैठक हुई. इस बीच मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के अगुआ बने बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के विपक्षी एकता की बैठक से नाराज होने की खबर भी आई. कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही वहां से निकल गए थे. अब नीतीश कुमार ने इसका जवाब दिया है.

NDTV से खास बातचीत में बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, "विपक्ष में हम लोग एकजुट हैं. मिलजुल कर फैसला लिया गया है. आगे भी ऐसे ही रणनीति तय होगी. विपक्ष में कोई मतभेद नहीं है." उन्होंने कहा- “कल तो कई पार्टियों की मीटिंग थी. वहां का मीटिंग करके हम चल दिए. कह ही दिया कि वह लोग हमारी सब बात तो मान लिया, इसलिए उठ कर चले आए." जल्दी क्यों आए, इस सवाल के जवाब उन्होंने कहा- “मेरी इच्छा राजगीर की हो रही थी. राजगीर आने में देर हो रही थी, इसलिए हम बिहार आ गए हैं." नीतीश कुमार ने कहा कि इसके अलावा और कोई बात नहीं है. पूरे तौर पर हम लोग साथ हैं.

नीतीश कुमार ने कहा, "मेरी नाराजगी या इंडिया नाम को लेकर एतराज पर कोई विरोधी कुछ प्रचारित कर रहा है तो उसे तरजीह नहीं दी जानी चाहिए." गठबंधन का संयोजक बनाए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा- "मेरी कोई इच्छा नहीं है कि मुझे कुछ बनाया जाए. सारे लोग एकजुट हों और देश के हित में काम हो, बस मेरी इतनी ही इच्छा है."

सूत्रधार नाराज नहीं होते-ललन सिंह
वहीं, नीतीश कुमार की नाराजगी के सवाल पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, "नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं. सूत्रधार कभी नाराज नहीं होता. यह अफवाह मीडिया द्वारा फैलाई जा रही है. यह बात पूरी तरह गलत है. मुंबई में जो अगली बैठक होगी, उसमें आगे की रणनीति तय होगी. विपक्षी एकता का नाम I.N.D.I.A. भी सभी की सहमति से रखा गया है. कोई आपत्ति नहीं है.”
 

विपक्ष की देखादेखी एनडीए ने बुलाई बैठक
नीतीश कुमार ने एनडीए की बैठक पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, "एनडीए की बैठक का कोई मतलब ही नहीं है. आज से पहले एनडीए की कभी बैठक नहीं बुलाई गई. 1999 में दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी ने एनडीए की बैठक बुलाई थी. अभी जब हम लोगों ने बैठक बुलाई, तो एनडीए को भी याद आया. एनडीए के द्वारा कई लोगों को बुला-बुलाकर संख्या गिनाई जा रही है. हम लोगों की बैठक में जो पार्टी मूल रूप से है, उन लोगों की बैठक बुलाई गई थी." 

जिन्हें विपक्ष ने निकाला उन्हें एनडीए में ले रहे
नीतीश कुमार ने कहा, "हम लोगों ने विपक्ष से जिन लोगों को निकाला, उन्हें बीजेपी बुला-बुलाकर एनडीए में शामिल कर रही है. विपक्ष में हम लोग एकजुट हैं. मिलजुल कर फैसला लिया गया है. आगे भी ऐसे ही रणनीति तय होगी. विपक्ष में कोई मतभेद नहीं है."

जीतन राम मांझी पर साधा निशाना
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में जीतन राम मांझी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कुछ लोग हम लोग के साथ जुड़ गए थे. जिन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया, क्योंकि अगर वे लोग जुड़े रहते तो मीटिंग की बात लीक करते. हम लोग एकजुट हैं और मिलजुल कर आगे काम करेंगे.

2024 का चुनाव रिजल्ट बहुत अच्छा होगा
नीतीश कुमार ने कहा, "2024 के चुनाव का रिजल्ट बहुत अच्छा होगा. विपक्ष के काम से सब परेशान हो रहे हैं. लेकिन मीडिया पर सरकार का कब्जा है. मैं आप सबको एक बात कह देता हूं कि 2024 के बाद आप सब एकदम स्वतंत्र होकर खबर लिखिए."

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