सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि NJAC को रद्द करने के बाद पहली बार सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने बड़ी संख्या में हाई कोर्ट जजों के तबादले की सिफारिश की है।
यह सिफारिश न्यायपालिका में भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद और अक्षमता की शिकायतों के बाद की गई है। तबादलों की फेहरिस्त में दिल्ली, कर्नाटक, मद्रास और आंध्र प्रदेश के हाई कोर्ट के जजों के नाम हैं। इनमें विवादों में रहे मद्रास हाई कोर्ट के जज जस्टिस सीएस कर्नन का भी नाम शामिल है। उन्होंने मद्रास हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के खिलाफ अवमानना के मामले की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था। भारत के मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई में कोलेजियम ने इन तबादलों की सिफारिश सरकार से कर दी है।
यह सिफारिश न्यायपालिका में भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद और अक्षमता की शिकायतों के बाद की गई है। तबादलों की फेहरिस्त में दिल्ली, कर्नाटक, मद्रास और आंध्र प्रदेश के हाई कोर्ट के जजों के नाम हैं। इनमें विवादों में रहे मद्रास हाई कोर्ट के जज जस्टिस सीएस कर्नन का भी नाम शामिल है। उन्होंने मद्रास हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के खिलाफ अवमानना के मामले की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था। भारत के मुख्य न्यायाधीश की अगुवाई में कोलेजियम ने इन तबादलों की सिफारिश सरकार से कर दी है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम, हाई कोर्ट जज, बड़ी संख्या में तबादलों की सिफारिश, न्यायपालिका में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, दिल्ली, कर्नाटक, मद्रास, आंध्र प्रदेश, Supreme Court Colgium, High Court Judges, Transfer Recommended, Corruption In Judiciary, Delhi, Karnataka, Andhra Pradesh, Madras