केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के 53 वें स्थापना दिवस के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीआईएसएफ में आने वाले दिनों में महिलाओं की संख्या छह प्रतिशत से बढ़ाकर 20 फीसदी करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हवाई अड्डों पर सीआईएसएफ के जवान ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन से लौटने वाले भारतीयों की भी पूरी मदद कर रहे हैं. इतना ही नहीं गृह मंत्री ने कहा कि पिछले 52 वर्षों में सीआईएसएफ द्वारा प्रदान की गई सेवाएं सराहनीय हैं.
अमित शाह ने देश के आर्थिक विकास और संवेदनशील हवाई अड्डों, दिल्ली मेट्रो और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों में सीआईएसएफ द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका की तारीफ की और कहा कि सीआईएसएफ के बहादुर कर्मियों का समर्पण और प्रतिबद्धता अत्यंत प्रशंसनीय है. उन्होंने कोरोनो वायरस महामारी के दौरान हवाई अड्डों पर सीआईएसएफ की भूमिका की सराहना की और कहा कि जब यात्री वंदे भारत मिशन के तहत विदेश से लौट रहे थे तो सीआईएसएफ कर्मियों ने साथी भारतीयों के सुरक्षित आवागमन और मदद करने में पूरा जोखिम उठाया. यहां तक कि अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं के रूप में कोविड संक्रमण के कारण अपनी जान भी दे दी.
इससे पहले अमित शाह ने इंदिरापुरम, गाजियाबाद में स्थापना दिवस पर आयोजित भव्य परेड की सलामी ली और परेड का निरीक्षण किया. सीआईएसएफ के महानिदेशक शील वर्धन सिंह ने कहा कि अभी तक की यह यात्रा सीआईएसएफ के लिए यादगार रही है, क्योंकि बल ने अनेकों चुनौतियों और प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद तरक्की के पथ पर चलते हुए कई मुकाम हासिल किए हैं. पांच दशकों से ज्यादा की अवधि में सीआईएसएफ ने सुरक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है.
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