तमिलनाडु सरकार ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई के खिलाफ "डीएमके फाइल्स" को लेकर मानहानि का मामला दायर किया है. सरकारी वकील ने अन्नामलाई पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को बदनाम करने का आरोप लगाया है. बीजेपी नेता ने हाल ही में आरोप लगाया था कि एमके स्टालिन को 2011 में चेन्नई मेट्रो कांट्रेक्ट को तय करने के लिए 200 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था. साथ ही उन्होंने दावा किया था कि स्टालिन की पार्टी डीएमके के नेताओं के पास 1.34 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो भ्रष्ट तरीकों से अर्जित की गई है. इसके साथ ही अन्नामलाई ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के परिवार के सदस्य दुबई की एक कंपनी के निदेशक थे, जो राज्य में निवेश कर रही है.
डीएमके के प्रवक्ता टीकेएस एलंगोवन ने एनडीटीवी से कहा, "अन्नामलाई को सजा देना सबसे अच्छा कदम है. राहुल गांधी ने जो कहा वह कुछ भी नहीं था, लेकिन उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया है. जब वे ऐसा कर सकते हैं तो अन्नामलाई के खिलाफ मुकदमा दायर करने का कारण है."
भाजपा ने कहा कि अन्नामलाई अदालत में केस लड़ेंगे. अन्नामलाई ने डीएमके के कानूनी नोटिस के बाद माफी मांगने से इनकार कर दिया था.
तमिलनाडु के भाजपा प्रमुख ने इस साल 14 अप्रैल को 1.34 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति की एक लंबी सूची सार्वजनिक की थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि यह संपत्ति मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और खेल मंत्री उधयनिधि स्टालिन के साथ अन्य मंत्रियों दुरई मुरुगन, ईवी वेलू, के पोनमुडी, वी सेंथिल बालाजी और पूर्व केंद्रीय मंत्री एस जगतरक्षकन के पास है.
डीएमके ने बताया था 'मजाक'
DMK ने तब अन्नामलाई के आरोपों को "एक मजाक" कहा था. डीएमके सांसद आरएस भारती ने कहा था, "रिश्वत के भुगतान का एक भी आरोप नहीं है. उन्होंने जिन उम्मीदवारों को सूचीबद्ध किया है, उन्होंने अपने हलफनामों में अपनी संपत्ति का विवरण दिया है. यदि इसमें से एक का भी उल्लंघन होता है तो कोई भी नागरिक चुनाव को चुनौती दे सकता है."
20 अप्रैल को के अन्नामलाई ने सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप का हवाला दिया था, जिसमें दावा किया गया था कि राज्य के वित्त मंत्री पलानीवेल थियागा राजन ने किसी के साथ बातचीत में खुलासा किया कि मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और दामाद वी सबरीसन ने साल भर में 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है.
राजन ने किया था खंडन
भाजपा नेता ने बाद में 25 अप्रैल को एक ऑडियो क्लिप जारी की थी, जिसमें कथित तौर पर पलानीवेल थियागा राजन की आवाज है. इस क्लिप में व्यक्ति को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के परिवार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सुना जा सकता है. इसके दो दिनों के बाद पलानीवेल थियागा राजन ने इन दावों का खंडन करते हुए एक बयान जारी किया था और ऑडियो को "दुर्भावनापूर्ण, मनगढ़ंत" कहकर खारिज कर दिया था. साथ ही कहा था कि इसे डीएमके कैडरों के बीच विभाजन पैदा करने के साथ ही उनके और मुख्यमंत्री के बीच दरार पैदा करने के लिए रिलीज किया गया है.
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