
प्रतीकात्मक चित्र
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वर्ष 1988 का रोडरेज का मामला
SC ने 18 अप्रैल को इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था
सिद्धू का दावा, गुरनाम सिंह की मौत की वजह के बारे में सबूत विरोधाभासी है
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पिछले साल पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए सिद्धू फिलहाल राज्य के पर्यटन मंत्री हैं. अभियोजन के अनुसार सिद्धू और रुपिंदर सिंह संधू 27 दिसंबर , 1988 को पटियाला में शेरनवाला गेट चौरोह के पास सड़क के बीच में कथित रुप से खड़ी जिप्सी में थे. उसी समय गुरनाम सिंह और दो अन्य पैसे निकालने के लिए मारुति कार से बैंक जा रहे थे.
VIDEO: 30 साल पुराने रोडरेज का मामला.
गुरनाम ने सिद्धू और संधू से जिप्सी हटाने को कहा. इस पर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई. सिद्धू ने सिंह को बुरी तरह पीटा और अस्पताल में उनकी मौत हो गई.
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