सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज जस्टिस एएम खानविलकर आज रिटायर हो रहे हैं. परंपरा के रूप में जस्टिस खानविलकर CJI एन वी रमना की बेंच में बैठे. इस दौरान वरिष्ठ वकीलों ने जस्टिस खानविलकर की जमकर तारीफ की. वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि उन्होंने अपनी यात्रा में एक लंबा सफर तय किया है और मैं उनके लिए कामना करता हूं.
SG तुषार मेहता ने कहा कि मैं और AG कोविड की चपेट में हैं. मैं उनके और अपने विचार व्यक्त करूंगा. हम जस्टिस खानविलकर को याद करेंगे. हम उनके चेहरे की मुस्कान को याद करेंगे. उन्होंने कभी कटुता के साथ कोर्ट नहीं छोड़ा. आप अभी यंग हो. प्रार्थना है कि आपका बहुत स्वस्थ और संतोषजनक जीवन हो.
वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने कहा कि मैं उन्हें 4 दशकों से जानता हूं. उनके साथ काम करना हमेशा सुखद रहा. रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाई जानी चाहिए. इसे दूसरी पारी की शुरुआत मानें न कि रिटायरमेंट के रूप में.
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि वह वर्कहॉलिक हैं. मुझे यकीन है कि उनको कुछ करने और अपने परिवार के साथ समय बिताने का समय मिलेगा. 65 रिटायर होने के लिए बहुत कम उम्र है. सेवानिवृत्ति की आयु 70 वर्ष होनी चाहिए. यही बार एसोसिएशन की इच्छा है.
जस्टिस खानविलकर ने उन सभी को जवाब देते हुए कहा कि मैं कहूंगा कि आप सभी का धन्यवाद और ईश्वर आपको आशीर्वाद दें.
सेरेमोनियल बेंच में CJI एनवी रमना, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस कृष्ण मुरारी और जस्टिस हिमा कोहली थे.
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