भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और अभिनेता सनी देओल के बंगले की ई-नीलामी संबंधी नोटिस को कथित तौर पर वापस लिए जाने को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. इस बीच सनी देओल ने मंगलवार को बैंक ऑफ बड़ौदा के संपत्ति नीलामी नोटिस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते, क्योंकि ये निजी मामले हैं.
"लोग गलत ही मतलब निकालेंगे..."
सरकारी स्वामित्व वाला बैंक ऑफ बड़ौदा 56 करोड़ रुपये की वसूली के लिए अभिनेता और भाजपा सांसद सनी देओल की संपत्ति की नीलामी करने के लिए तैयार हो गया था. इसका एक नोटिस भी जारी कर दिया गया था. सनी देओल ने कहा, "मैं इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. ये व्यक्तिगत मामले हैं. मैं कुछ भी बोलूंगा, लोग गलत मतलब निकालेंगे."
बैंक ऑफ बड़ौदा ने दी ये सफाई
बैंक ऑफ बड़ौदा ने 56 करोड़ रुपये की वसूली के लिए सनी देओल की संपत्ति को नीलामी के लिए रखा था. यह नीलामी 25 अगस्त को ऑनलाइन माध्यम से की जानी थी. लेकिन सनी देओल के बंगले की ई-नीलामी के नोटिस को वापस ले लिया गया है. बैंक ने कहा, "कर्ज लेने वाले (सनी देओल) ने 20 अगस्त को जारी नीलामी नोटिस के अनुसार बकाया राशि का निपटान करने के लिए बैंक से संपर्क किया. उधारकर्ता/गारंटर को सूचित किया गया था कि वह नीलामी से पहले कभी भी बकाया राशि/लागत/शुल्क और व्यय का भुगतान करने के हकदार हैं."
नीलामी के लिए रविवार को जारी नोटिस के अनुसार, सनी विला के अलावा 599.44 वर्ग मीटर की संपत्ति में सनी साउंड्स भी शामिल है, जो कि देओल परिवार के स्वामित्व में है. सनी साउंड्स कर्ज का कॉर्पोरेट गारंटर है. सनी के पिता एवं अभिनेता धर्मेंद्र ऋण के व्यक्तिगत गारंटर हैं.
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