झारखंड (Jharkhand) में कांग्रेस (Congress) के लिए नई मुसीबतें खड़ी हो गई हैं क्योंकि वहां कांग्रेस के चार विधायकों ने अपने ही मंत्रियों के खिलाफ हल्ला बोल दिया है जिसके बाद प्रदेश की राजनीति मे हलचल है . कांग्रेस के चार विधायक डॉ इरफान अंसारी, राजेश कच्छप, नमन बिक्सल कोंगारी और उमा शंकर अकेला ने हाल ही में आंतरिक संघर्ष को लेकर एक बैठक की और जल्द ही राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मिलने का फैसला किया.
डॉ इरफान अंसारी ने कहा, "राज्य सरकार में कुछ मंत्रियों के काम पर असंतोष दिखाने के लिए नौ विधायक आगे आए हैं. उन्होने कहा कि हम रामनवमी के बाद विस्तृत रिपोर्ट के साथ दिल्ली जाएंगे और इस मुद्दे पर केसी वेणुगोपाल और राहुल गांधी से चर्चा करेंगे." उन्होंने आगे कांग्रेस कोटे से मंत्री पदबदलते रहने की मांग करते हुए कहा कि राजस्थान की तरह कांग्रेस कोटे से मंत्री पदबदलते रहना चाहिए और उन्होने आगे कहा कि जिन लोगों की सार्वजनिक रूप से पकड़ नहीं है, उन्हें झारखंड में मंत्री बनाया गया है.
डॉ इरफान अंसारी ने कहा झारखंड में कांग्रेस केचार मंत्री हैं और ल16 विधायक है उन सभी को प्रदर्शन के आधार पर अवसर दिए जाने चाहिए . हमारे विधायक परेशान हैं. इसे राजस्थान की तरह किया जाना चाहिए, जहां प्रत्येक को 2.5 साल का अवसर दिया जाता है." .
इससे पहले मंगलवार को झारखंड कांग्रेस के कुल 25 नेताओं को पार्टी प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के साथ बैठक के लिए दिल्ली बुलाया गया है. गौरतलब है कि झारखंड सरकार में कांग्रेस झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ गठबंधन में है. बता दें कि सत्तारूढ़ झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के पास 81 सदस्यीय सदन में 47 विधायक हैं.जिसमें झामुमो के 30, कांग्रेस के 18 और राजद के एक विधायक शामिल हैं . वही, गठबंधन सरकार में कांग्रेस के चार मंत्री हैं.
इसे भी पढें : झारखंड : स्थानीयता नीति पर अपनी ही सरकार की ‘वादा खिलाफी' के खिलाफ विधायक ने छेड़ा आंदोलन
झारखंड : पत्नी को मनाने ससुराल पहुंचे पति की ससुराल वालों ने पीट-पीटकर नृशंस हत्या की
झारखंड : झाड़-फूंक के दौरान मौलाना ने 14 साल की बच्ची से की मारपीट, अगरबत्ती से दागा; गिरफ्तार
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं