कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) ने कर्नाटक सरकार द्वारा रविवार को समाचार पत्रों में प्रकाशित कराए गए विज्ञापन में स्वतंत्रता सेनानियों की सूची में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawahar Lal Nehru) को शामिल नहीं किए जाने को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की आलोचना की और आरोप लगाया कि यह कृत्य स्वतंत्रता आंदोलन और देश का अपमान है. सिद्धारमैया ने यह प्रतिक्रिया भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री के एस ईश्वरप्पा के उस बयान पर दी जिसमें उन्होंने देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की नामों की सूची में नेहरू का नाम शामिल नहीं करने के सरकार के फैसले का स्वागत किया था.
सिद्धारमैया ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘ स्वतंत्रता सेनानियों के नामों की सूची में नेहरू का नाम शामिल नहीं करना नेहरू का नहीं पूरे देश का और स्वतंत्रता आंदोलन का अपमान है. इससे भी बढ़कर वे (भाजपा) अपना अपमान कर रहे हैं और उन्हें इसका अहसास होना चाहिए.''
ईश्वरप्पा ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा था,‘‘ अगर नेहरू की तस्वीर जानबूझ कर हटाई गयी तो ये हर्ष की बात है . मैं इसका स्वागत करता हूं. जिसने देश को विभाजित किया ऐसे व्यक्ति के साथ हमें क्या करना चाहिए? देश के लिए आदर्श कौन है? देश में युवाओं के आदर्श कौन हैं सरदार वल्लभ भाई पटेल,बाबू जगजीवन राम,डॉ बी आर आंबेडकर,‘स्वतंत्र वीर' सावरकर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी, नेहरू नहीं.''
इस पर पलटवार करते हुए सिद्धारमैया ने कहा, ‘‘ क्या ये तथ्य नहीं है कि विनायक दामोदर सावरकर ने जेल से बाहर आने के लिए अंग्रेजी शासकों को लिखकर दिया था कि वह स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा नहीं लेंगे. आपने नेहरू की तस्वीर हटाई जिन्होंने आधुनिक देश के निर्माण में गंभीर प्रयास किए और सावरकर की तस्वीर लगा दी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं