अमेरिकी शॉर्ट-सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च शटडाउन होने जा रही है. कंपनी के फाउंडर नाथन एंडरसन ने कहा कि हमने प्लानिंग की थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उनके पूरे होते ही कंपनी को क्लोज कर दिया जाएगा. हिंडनबर्ग ने अदाणी ग्रुप समेत कई व्यावसायिक संस्थाओं को टारगेट किया था.हिंडनबर्ग के बंद होने पर सीनियर वकील हितेश जैन ने इसे लेकर विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा है. जैन ने कहा कि कुछ लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ माहौल तैयार करना था, जिसके लिए संस्थाओं की गरिमा पर सवाल उठाए गए थे. अब हिंडनबर्ग के बंद होने से सारी कहानी का 'द एंड' भी हो गया है."
हितेश जैन ने कहा, "20 जनवरी यानी डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद पर शपथ लेने से पहले ये सब हुआ. आप टाइमिंग देखिए. इससे पहले अप्रैल-मई 2024 में भारत में आम चुनाव थे. उसी दौरान हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट आती है. फिर पार्लियामेंट सेशन के कुछ दिनों के पहले एक और रिपोर्ट आती है. इस रिपोर्ट पर कुछ लोग संसद में हंगामा करते हैं. उसी ग्रुप के कुछ लोग इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाते हैं. वो रिपोर्ट जिसका कोई आधार नहीं है."
सीनियर वकील ने कहा, "पिछले साल में 2024 में भी जुलाई-अगस्त में हिंडनबर्ग ने एक और रिपोर्ट टारगेट की थी. तब भी उन्होंने सेबी पर सवाल उठाए थे. ये कोई इत्तेफाक नहीं है. ऐसा सोची-समझी साजिश के तहत किया जा रहा था. लेकिन, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने के बाद जब तय हो गया कि डोनाल्ड ट्रंप का राज शुरू होने वाला है, तभी हिंडनबर्ग ने अपनी दुकान बंद करने का फैसला ले लिया."
हितेश जैन कहते हैं, "पूरी घटनाओं से साफ है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट सिर्फ भारत को टारगेट करने के लिए आई थी. कुछ लोगों की निजी मंशा के तहत ऐसा किया जा रहा था."
(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)
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