एकनाथ शिंदे के आरोपों पर महाराष्ट्र सरकार का पलटवार, आंकड़े जारी कर बागियों को घेरा

इधर, रविवार को टीम शिंदे और मजबूत हो गई. शिवसेना कोटा से मंत्री बनाए गए 9वें विधायक उदय सामंत भी बागी गुट में शामिल हो गए. उनके बागी कैंप में शामिल होने के साथ ही महाराष्ट्र में सत्ता संग्राम और तेज होता दिखाई दे रहा है. 

मुंबई:

महाराष्ट्र (Maharashtra Crisis) का सियासी संकट इस वक्त पूरे देश में चर्चा बटोर रहा है. पिछले कुछ दिनों में बाग़ी और शिव सेना नेता एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. अब शिव सेना ने एकनाथ शिंदे के आरोप पर जवाब देते हुए बताया कि उन्होंने कौन से विकास कार्य के लिए कितनी रकम आवंटित की गई. दरअसल, एकनाथ शिंदे और उनके खेमे की ओर से बार-बार ये आरोप लगाया जा रहा था कि उन्हें पिछले ढाई सालों में काम करने के लिए निधि नहीं मिली है, तो वहीं अब सरकार की ओर से आंकड़े जारी किए गए हैं, जिसमें बताया गया है कि पिछले ढाई साल में एकनाथ शिंदे के नगर विकास मंत्रालय को 11 हज़ार 935 करोड़ रुपये की निधि दी गई है. 

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आंकड़ों के अनुसार, 

  • 2019-20 में नगर विकास मंत्रालय को 3061 करोड़ की निधि दी है. 
  • 2020-21 में 2177 करोड़, 
  • 2021-22 में 4052 करोड़, 
  • 2022-23 में 2645 करोड़, कुल मिलाकर 11 हज़ार 935 करोड़ की निधि दी गई है.
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बता दें कि महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के बागी होने के बाद राजनीतिक गलियारों में शुरू हुई उठापटक अब कोर्ट पहुंच गई है. दरअसल, विधानसभा उपाध्यक्ष द्वारा 16 बागी विधायकों को नोटिस जारी किए जाने के बाद शिंदे गुट सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है और पार्टी द्वारा उन्हें अयोग्य घोषित करने वाली याचिका को चुनौती देते हुए एक याचिका दायर की है. एकनाथ शिंदे द्वारा ये याचिका दायर की गई है. इसके साथ ही एक और याचिका दायर की गई है, जिसमें विधानसभा में शिवसेना विधायक दल के नेता और चीफ व्हिप की नियुक्तियों में बदलाव को चुनौती दी गई है.  इधर, रविवार को टीम शिंदे और मजबूत हो गई. शिवसेना कोटा से मंत्री बनाए गए 9वें विधायक उदय सामंत भी बागी गुट में शामिल हो गए. रविवार को उन्होंने गुवाहाटी की फ्लाइट पकड़ी, जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं.  उदय सामंत के बागी कैंप में शामिल होने के साथ ही महाराष्ट्र में सत्ता संग्राम और तेज होता दिखाई दे रहा है.