राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने भाजपा पर आरोप लगाया हैं कि अपने कर्मों के आधार पर नहीं बल्कि अटल जी की अस्थियों के सहारे लोकसभा चुनाव की वैतरणी पार करना चाहती है भाजपा. शिवानंद तिवारी के अनुसार अपने संपूर्ण कार्यकाल में भूलकर भी अटल जी के नाम या काम की चर्चा नहीं करने वाली भाजपा और उसके 'अवतारी' नेता नरेंद्र मोदी जी के हृदय में आज उनके प्रति प्रेम और श्रद्धा ज्वार उमड़ पड़ा है. उन्होंने कहा, 'देश की गली-गली में अटल जी अस्थियों को दौड़ाया जा रहा है. इसके पूर्व देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया गया था. उन्होंने मृत्यु पूर्व अपनी वसियत के ज़रिए यह इच्छा ज़ाहिर की थी. उन्होंने यह भी लिखा था कि गंगा में अस्थियों का कुछ अंश प्रवाहित करने के बाद बाक़ी बचे अंश को देश के खेतों में बिखेर दिया जाए.' तिवारी ने कहा कि अटल जी ने अपने मृत्यु के उपरांत अपनी अस्थियों को लेकर ऐसी कोई इच्छा ज़ाहिर की थी, इसकी कोई जानकारी नहीं है. तब उनकी अस्थियों को लेकर भाजपा जो तमाशा कर रही है उसकी प्रेरणा ज़रूर उसको नेहरू से ही मिली होगी. वही नेहरु जिनको बात-बात में कोसने और अपमानित करने से बीजेपी बाज़ नहीं आती है.
रामविलास पासवान ऊंची जाति के युवाओं को दिखा रहे हैं आरक्षण का सब्जबाग : शिवानंद तिवारी
शिवानंद तिवारी ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद अब तक मोदी जी ने कभी अटल जी का नाम नहीं लिया इस बार पंद्रह अगस्त के भाषण में प्रधानमंत्री ने पहली दफ़ा अटल जी का नाम लिया. तब तक स्पष्ट हो गया था कि वे अंतिम सांस ले रहे हैं. उनके योगदान की कभी चर्चा तक नहीं की. आज अचानक उन्हीं अटल जी को भाजपा महामानव के रूप में पेश कर रही है. इसकी एक ही वजह समझ में आ रही है. नरेंद्र मोदी और भाजपा का आत्मविश्वास डिग गया है.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के आरोपी ब्रजेश ठाकुर से नीतीश कुमार का क्या है संबंध, शिवानंद तिवारी का चौंकाने वाला खुलासा
आरजेडी नेता ने निशाना साधते हुये कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में मोदी सरकार की ऐसी कोई विशिष्ट उपलब्धि नहीं है जिसको लेकर आगामी चुनाव में जनता के बीच जाएं. अपनी सारी कमियों के बावजूद अटल जी के व्यक्तित्व की स्वीकार्यता भाजपा और संघ के दायरे को लांघ जाती थी. मृत्यु उपरांत जिस तरह की विदाई उनको मिली वही इसको दर्शाने के लिए पर्याप्त है. उपचुनावों में लगातार हार से डगमगाए आत्मविश्वास वाली भाजपा के नेतृत्व को अटल जी की अंतिम यात्रा में उमड़े जनसमूह को देखकर उनकी अस्थियों के सहारे जनभावनाओं के दोहन का ख़्याल आया होगा. जगह-जगह अटल जी की अस्थियों के पात्र को सर पर रखकर फ़ोटो खिंचवाते भाजपा नेताओं की हास्यास्पद छवि को फ़िलहाल देखिए और आनंद लीजिए.
नीतीश अवसरवादी राजनीति कर रहे हैं : शिवानंद तिवारी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं